22 जनवरी को PM मोदी ने अयोध्या में श्रीरामलला की विधिवत प्राण- प्रतिष्ठा पूरी की। 84 सेकेंड के विशेष मुहूर्त में पूजा संपन्न हुई।
इसके बाद अपने भाषण के दौरान PM मोदी ने प्रभु श्रीराम से क्षमा-याचना की। आखिर क्यों मोदी ने रामलला से माफी मांगी। जानते हैं।
PM मोदी ने कहा- मैं आज प्रभु श्रीराम से क्षमा याचना करता हूं। हमारे पुरुषार्थ, हमारे त्याग में कुछ तो कमी रह गई थी, जो इतनी सदियों तक ये कार्य कर नहीं पाए।
मोदी ने कहा- प्रभु की कृपा से आज वो कमी पूरी हुई है। मुझे विश्वास है प्रभु श्रीराम आज हमें अवश्य क्षमा कर देंगे।
PM मोदी ने कहा- जिस तरह त्रेता युग में 14 साल के वियोग के बाद खुशी का पल आया, उसी तरह 500 सालों की प्रतीक्षा के बाद हम सभी के लिए ये अवसर आया है।
मोदी ने कहा- संविधान के अस्तित्व में आने के बाद भी प्रभु राम को लेकर कानूनी लड़ाई चली। मैं आभार व्यक्त करता हूं भारत की न्यायपालिका का, जिसने न्याय की राज रख ली।
पीएम मोदी ने कहा- न्याय के पर्याय प्रभु राम का मंदिर भी न्यायबद्ध तरीके से ही बना है। इसलिए आज देशवासी घर-घर राम ज्योति प्रज्ज्वलित करें।
मोदी ने अपने उद्बोधन में कहा- प्रभु श्रीराम भारतवासियों के अंतर्मन में हैं। इससे अधिक देश को समायोजित, संगठित करने वाला सूक्त कुछ और नहीं हो सकता है।