24 फरवरी को प्रयागराज में उमेश पाल की हत्या कर दी थी। इसका मास्टरमाइंड शाइस्ता परवीन को भी माना जा रहा है। उस पर 5000 का इनाम है
उमेश पाल हत्याकांड में 3 शूटर अभी फरार हैं। इनमें शाइस्ता परवरीन भी है। 15 अप्रैल को अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ का मर्डर हो जाता है। परवीन शौहर को अंतिम विदाई तक नहीं दे सकी
13 अप्रैल को झांसी में STF ने मुठभेड़ में अतीक अहमद और शाइस्ता परवीन के बेटे असद और गुलाम को मार गिराया था। एक मां अपने बेटे के जनाजे में भी नहीं आ सकी
आशंका है कि शाइस्ता शूटर गुड्डू मुस्लिम के दबाव में सरेंडर नहीं कर रही। उमेश पाल हत्याकांड में 7 शूटर-असद,गुड्डू मुस्लिम, अरबाज, विजय चौधरी, गुलाम, अरमान और साबिर शामिल थे
50 वर्षीय शाइस्ता परवीन का जन्म 1972 का प्रयागराज के दामुपुर में हुआ था। उसके पिता फारुख पुलिस में हवलदार थे। 1996 में अतीक से निकाह हुआ
2018 में जब अतीक ने जेल में रहकर फूलपुर लोकसभा का उपचुनाव लड़ने का फैसला किया, तब चुनाव प्रचार की बागडोर शाइस्ता परवीन ने ही संभाली थी
उमेश पाल हत्याकांड से पहले शाइस्ता परवीन गुजरात की साबरमती जेल में बंद शौहर अतीक से मिलने गई थी। अतीक ने एक फोन और सिम कार्ड भेजने को कहा था
शाइस्ता परवीन सितंबर 2021 में AIMIM में शामिल हुई थी। जनवरी 2023 में वह मेयर चुनाव के लिए पार्टी से टिकट पाने के लिए बसपा में शामिल हुईं, लेकिन अब सब उससे किनारा कर चुके हैं