अयोध्या में सोमवार को भव्य राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा होने वाली है। इस कार्यक्रम के लिए करीब 8000 VIP अतिथियों को निमंत्रण दिया गया है। सुरक्षा अभेद्य किले जैसी कर दी गई है।
अयोध्या में जमीन, पानी और आकाश तीनों जगह निगरानी की जा रही है। शहर के मुख्य जगहों पर यूपी के ATS (Anti Terrorist Squad) कमांडो तैनात किए गए हैं।
अत्याधुनिक ड्रोन से राम मंदिर के आसपास और शहर की निगरानी की जा रही है। यह गड़बड़ी पर पुलिस को रियल टाइम में अलर्ट भेजता है। इसके कैमरे रियल टाइम में हाई क्वालिटी वीडियो भेजते हैं।
ड्रोन में ऐसा सॉफ्टवेयर लगा है जिससे वह अपराधियों और समस्या पैदा करने वालों की पहचान कर लेता है। निगरानी के लिए हेलीकॉप्टर का भी इस्तेमाल किया जा रहा है।
सोमवार को होने वाले मुख्य कार्यक्रम के लिए अयोध्या की सीमाओं को बंद कर दिया गया है। सिर्फ वे भी शहर में आ सकते हैं जिनके पास राम मंदिर ट्रस्ट द्वारा भेजा निमंत्रण है।
अयोध्या की सुरक्षा के लिए 25 हजार जवानों को तैनात किया गया है। इनके पास मशीनगन से लेकर AK-47 जैसे असॉल्ट राइफल हैं। राम मंदिर परिसर में SPG, CISF, CRPF और NSG के कमांडो तैनात हैं।
31 IPS अधिकारियों को राम नगरी की सुरक्षा की जिम्मेदारी दी गई है। शहर को 9 जोन में बांटा गया है। राम मंदिर परिसर रेड जोन और उसके आसपास का इलाका यलो जोन है।
मंदिर के आसपास के इलाके में ऊंचे मकानों के छतों पर स्नाइपर्स तैनात किए गए हैं। इनका काम आतंकी हमला या ऐसी बड़ी गड़बड़ी करने वालों पर नजर रखना और समय रहते उन्हें रोकना है।
मंदिर परिसर से लेकर शहर के महत्वपूर्ण जगहों तक 10 हजार अत्याधुनिक CCTV कैमरे लगाए गए हैं। ये AI की क्षमता से लैस हैं। ये आपराधिक इतिहास वाले लोगों को पल भर में पकड़ लेते हैं।
सरयू नदी में नाव की मदद से पेट्रोलिंग की जा रही है। 22 जनवरी तक के लिए अयोध्या से गुजरने वाली ट्रेनों को डायवर्ट किया गया है। बाहर से बसें भी सोमवार को अयोध्या नहीं आएंगी।