राम मंदिर से पहले दर्शनार्थियों के स्वागत के लिए अयोध्या का महर्षि वाल्मिकी इंटरनेशनल एयरपोर्ट बनकर तैयार है। इसे काफी भव्य तरीके से बनाया गया है। एयरपोर्ट कई सुविधाओं से लैस है।
भगवान राम की जन्मभूमि से जुड़े पवित्र स्थल के लिए बने एयरपोर्ट को रामायण थीम पर बनाया गया है। यहां श्रीराम, माता सीता, लक्ष्मण, हनुमान और रामायण के अन्य पात्रों की तस्वीरें हैं।
अयोध्या का हाईटेक और वर्ल्ड क्लास सुविधाओं से लैस एयरपोर्ट का पहला फेज 1,450 करोड़ से ज्यादा की लागत से बनाया गया है। टर्मिनल भवन का क्षेत्रफल 6,500 वर्गमीटर है।
अयोध्या का नया एयरपोर्ट आधुनिक सुविधाओं से लैस है। इसे राममंदिर की वास्तुशैली के चित्रण के साथ पारंपरिक स्वरूप दिया गया है।
अयोध्या महर्षि वाल्मिकी इंटरनेशनल एयरपोर्ट के टर्मिनल भवन में भगवान श्रीराम के जीवन पर स्थानीय कला, चित्रों और भित्ति चित्रों से सजावट की गई है।
अयोध्या का महर्षि वाल्मिकी इंटरनेशनल एयरपोर्ट मुख्य शहर यानी राम मंदिर से करीब 15 किलोमीटर दूरी पर बनाया गया है। यहां से आपको मंदिर तक कई सुविधाएं मिलेंगी।
अयोध्या एयरपोर्ट का टर्मिनल भवन कई सुविधाओं से लैस है। इसमें इंसुलेटेड रूफिंग सिस्टम, एलईडी लाइटिंग, बारिश के पानी के संचय, फाउंटेन, जल शोधन संयंत्र और सौर ऊर्जा शामिल है।
पैसेंजर को वर्ल्ड क्लास सुविधाएं मिलेंगी। एयरपोर्ट पर एयरबस A320 जैसे एयरक्राफ्ट के लैंडिंग की सुविधा उपलब्ध होंगी। एयरपोर्ट के निर्माण उसी पत्थर से हुआ है, जिससे रामंदिर हुआ है।
अयोध्या के महर्षि वाल्मिकी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर सालाना करीब 10 लाख दर्शनार्थी और यात्रियों के आने की उम्मीद है। इसी हिसाब से एयरपोर्ट को बनाया गया है।