मध्यांचल विद्युत वितरण निगम ने 50 हजार या उससे अधिक बकाया रखने वाले उपभोक्ताओं के खिलाफ बड़ा अभियान शुरू किया है। ऐसे उपभोक्ताओं के कनेक्शन तुरंत काटे जाएंगे।
बिजली निगम ने चुपके से कटे कनेक्शन जोड़ने पर रोक लगा दी है। ऐसा करते पकड़े जाने पर संबंधित उपकेंद्र के संविदा कर्मचारी की नौकरी तक जा सकती है।
पहले चरण में 2.25 लाख उपभोक्ताओं पर कार्रवाई होगी जिन पर कुल 75 करोड़ रुपये बकाया है। इनमें सबसे पहले 50 हजार से अधिक बकाया वालों पर सख्त कार्रवाई होगी।
जिन उपभोक्ताओं ने पिछले 6 महीने से एक भी बिल जमा नहीं किया है, उनके घर और दुकानों पर टीम पहुंचकर अंतिम चेतावनी देगी और समय पर भुगतान न होने पर कनेक्शन काट देगी।
लखनऊ के अमौसी, मोहनलालगंज, सरोजनीनगर, बंथरा, काकोरी सहित कई इलाकों में कलेक्शन टीमें घर-घर जाकर बकाया बिल थमाएँगी और समय सीमा खत्म होते ही बिजली काटेंगी।
अमौसी जोन में 1.50 लाख उपभोक्ताओं पर बकाया है, जिनमें 1.10 लाख ने 6 महीने से बिल नहीं भरा। इसी जोन में सबसे अधिक बड़ी कार्रवाई की तैयारी है।
अमौसी में 9,821, जानकीपुरम में 2,925, गोमतीनगर में 1,576 और लखनऊ मध्य में 1,183 उपभोक्ता 50 हजार रुपये से अधिक बकाया वाले हैं।
निदेशक योगेश कुमार के अनुसार पिछले 6 माह से बिल न भरने वालों पर कोई रियायत नहीं मिलेगी। टीम कभी भी दरवाजे पर पहुंच सकती है, इसलिए बकाया तुरंत जमा करें।
मध्यांचल विद्युत वितरण निगम के अंतर्गत बरेली, बदायूं, लखीमपुर, हरदोई, उन्नाव, अयोध्या, सुल्तानपुर, बहराइच, बाराबंकी, रायबरेली, गोंडा, लखनऊ सहित 21 जिले आते हैं।