ब्रह्ममुहूर्त यानी सूर्योदय से पहले का समय एकाग्रता के लिए अनुकुल होता है। जो भी काम किए जाते हैं, उसका जीवन पर विशेष प्रभाव पड़ता है। ऐसे में इस वक्त फोन चलाना मुसीबतें ला सकता है
ब्रह्ममुहूर्त यानी सुबह के वक्त मन शांत होता है और एकाग्रता बढ़ती है। इस वक्त फोन यूज करने से मन भटकता है और एकाग्रता में कमी आती है, इससे आध्यात्मिक कार्यों में भी बाधाएं आती हैं।
ब्रह्ममुहूर्त यानी सूर्योदय से पहले अगर आपकी नींद पूरी नहीं हो रही है और आप उसे तोड़कर फोन चला रहे हैं तो इससे दिनभर थकान, सुस्ती और कमजोरी होती रहेगी।
फोन में मिलने वाली निगेटिव न्यूज, सोशल मीडिया का प्रभाव और बिना काम की चीजों से नकारात्मकता बढ़ती है। इससे मानसिक शांति भी खत्म होती है।
ब्रह्म मुहूर्त यानी सूर्योदय से पहले फोन चलाने से आंखों पर दबाव बढ़ता है। इससे सिरदर्द, थकान और अनिद्रा जैसी समस्याएं हो सकती हैं, जो कई परेशानियां बढ़ा सकती है।
ब्रह्म मुहूर्त को आध्यात्मिक उन्नति का सबसे महत्वपूर्ण समय माना जाता है। इस दौरान फोन चलाने से ध्यान, योग, प्रार्थना और दूसरी आध्यात्मिक कार्यों में बाधाएं आती हैं।
ब्रह्म मुहूर्त में फोन चलाना ही है तो यूट्यूब पर भजन सुन सकते हैं। इससे पॉजिटिव एनर्जी मिलती है।आप चाहें तो भगवत गीता और रामायण भी सुन सकते हैं। मंदिरों के ऑनलाइन दर्शन कर सकते हैं