साइबर फ्रॉड फेक प्रोफाइल से रिक्वेस्ट भेजते हैं। जब हम उसे एक्सेप्ट कर लेते हैं तो वे हमारी एक्टिविटीज पर नजर रखते हैं और जानकारी चुराते हैं। आईडी हैक या अकाउंट खाली कर सकते हैं।
फेक प्रोफाइल में फोटो किसी दूसरे की होती है लेकिन जानकारी उसकी नहीं होती है। कई केस में जानकारी और डिटेल्स किसी और की हो सकती है। कई बार प्रोफाइल पिक्चर ही नहीं होती है।
फॉलोवर्स की संख्या से भी फेक अकाउंट की पहचान कर सकते हैं। ये बड़ी संख्या में लोगों को फॉलो करेंगे लेकिन इनके फॉलोअर्स कम या जीरो होते हैं। पोस्ट भी शून्य होती है।
गूगल इमेज सर्च टूल से प्रोफाइल पिक्चर को स्कैन करें। अगर फोटो नकली है तो इससे पचा चल जाएगा कि इस फोटो को कहां से लिया गया है।
नकली प्रोफाइल से मैसेज पर बातचीत करते समय लालच दिया जा सकता है। जैसे- घर बैठकर पैसे कमाना या किसी लिंक को लाइक कर पैसे बनाना। ऐसे मैसेज से सावधान हो जाएं।
फेक प्रोफाइल से बातचीत करते समय असामान्य बातों को समझें और अलर्ट रहें। जैसे- अगर मिलने की बात करे, आपको लाइक करने की बात करे या आपके आपकी फोटोज मांगे।
कभी भी फेक प्रोफाइल पर इस तरह की बातचीत के दौरान किसी तरह की पर्सनल जानकारी न शेयर करें। इससे बड़ा नुकसान हो सकता है।
अगर आपको लगता है कि सोशल मीडिया पर कोई प्रोफाइल फेक है तो सबसे पहले उसे अपने फ्रेंड और फॉलोवर्स की लिस्ट से हटा दें। प्रोफाइल की रिपोर्ट कर उसे ब्लॉक कर दें।