8 अगस्त को केंद्र सरकार ने बताया कि फेक न्यूज फैलाने वाले इन चैनल्स के पास लगभग 23 मिलियन सब्सक्राइबर हैं
8 यूट्यूब चैनल-यहां सच देखो, कैपिटल टीवी, केपीएस न्यूज, सरकारी व्लॉग, अर्न टेक इंडिया, एसपीएन9 न्यूज, एजुकेशनल दोस्त और वर्ल्ड बेस्ट न्यूज फैला रहे थे फेक न्यूज
प्रेस इन्फॉर्मेशन ब्यूरो ने फैक्ट्स चेक करके पकड़ा था फर्जीवाड़ा, ये 8 चैनल्स समय से पहले लोकसभा चुनावों की घोषणा और इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों पर बैन जैसी फेक न्यूज फैला रहे थे
सरकार के मुताबिक, यूट्यूब चैनल वर्ल्ड बेस्ट न्यूज़ के 17 लाख से अधिक सब्सक्राइबर हैं, इसे 18 करोड़ से अधिक बार देखा गया है, यह भारतीय सेना की छवि खराब कर रहा था
सरकार के मुताबिक, चैनल एजुकेशनल दोस्त के 3.43 मिलियन से अधिक सब्सक्राइबर्स और 23 करोड़ व्यूज हैं, यह सरकारी योजनाओं को लेकर भ्रम फैला रहा था
अधिकारियों ने बताया कि 45 लाख से ज्यादा सब्सक्राइबर्स और 9.4 करोड़ से ज्यादा व्यूज वाला चैनल Sarkari Vlog सरकारी योजनाओं के बारे में फर्जी खबरें फैलाता पाया गया
केपीएस न्यूज यूट्यूब चैनल के 10 लाख से अधिक सब्सक्राइबर्स और 13 करोड़ से अधिक व्यूज हैं, यह 20 रुपये में रसोई गैस सिलेंडर और 15 रुपये लीटर पेट्रोल मिलने की फेक न्यूज फैला रहा था
31,000 से अधिक सब्सक्राइबर्स और 3.6 मिलियन व्यूज के साथ अर्न इंडिया टेक को आधार कार्ड, पैन कार्ड और अन्य से संबंधित फर्जी खबरें प्रचारित करते हुए पाया गया
4.8 मिलियन से अधिक सब्सक्राइबर्स और 189 करोड़ व्यूज वाला SPN9 न्यूज राष्ट्रपति, प्रधान मंत्री और कई केंद्रीय मंत्रियों से संबंधित फर्जी खबरें फैला रहा था
3 मिलियन से अधिक सब्सक्राइबर्स और 100 मिलियन से अधिक व्यूज वाला यूट्यूब चैनल 'यहां सच देखो' चुनाव आयोग और भारत के मुख्य न्यायाधीश के बारे में फर्जी खबरें फैला रहा था
35 लाख से अधिक सब्सक्राइबर और 160 करोड़ से अधिक व्यूज वाला चैनल 'कैपिटल टीवी' पश्चिम बंगाल में राष्ट्रपति शासन की घोषणा से संबंधित आदेशों के बारे में फर्जी खबरें प्रचारित कर रहा था