Miss India Earth श्वेता विजय नागर ( shweta vijay nair ) ने अपनी इंस्टाग्राम पोस्ट पर लाइफ स्ट्रगल के बारे में बात की है। इस दौरान उन्होंने बड़ा खुलासा किया है।
इंस्टाग्राम स्लाइड्स की एक लंबी सीरीज में, श्वेता ने खुलासा किया कि 2003 में भले ही उन्होंने जीत हासिल की थी, लेकिन उनके सामने कई बड़ी चुनौतियां थीं।
श्वेता विजय नागर ने अपनी जीत की तुलना "golden ticket to the chocolate factory"पाने से की है। म़ॉडल ने कहा कि इसमें एक दिक्कत थी।
श्वेता ने एक घटना का जिक्र किया जहां कॉम्पीटिशन में पार्टीसिपेट करने वाले एक सीनियर ने उसे चेतावनी दी थी, "कॉम्प्रोमाइज कर लो, नहीं तो तुम हमेशा के लिए जंजाल में फंस जाओगी।"
श्वेता विजय नागर ने अपने करियर की परवाह ना करते हुए ऐसे किसे कॉम्प्रोमाइज से इंकार कर दिया था ।
श्वेता ने ऑनेस्टी से अपना काम जारी रखा था। उन्होंने इंडिपेंडेंट काम जारी ऱखा, हालांकि वे पॉप्युलैरिटी हासिल नहीं कर पाईं, लेकिन उन्हें सेटिसफेक्शन जरुर था।
श्वेता विजय नागर ने अपनी फैमिली प्राब्लम के बारे में भी डिटेल से लिखा है। उन्होंने पिता की मौत के बाद दुबई में छोटी- छोटी नौकरियां करके परिवार की जिम्मेदारियां उठाई।
श्वेता को फाइनेंसल प्रॉब्लम्स का भी समाना करना पड़ रहा था। उन्हें अपनी कार भी बेचनी पड़ी थी। हालांकि उन्होंने जल्द ही दूसरी नई कार खऱीदने की कसम खाई थी।
एक मौका ऐसा आया जब वो शोबिज़ में एंट्री करने के अपने सपनों को पूरा करने के लिए वापस मुंबई चली आंईं। फिर उन्होंने मिस इंडिया अर्थ कॉम्पीटिशन में खुद को साबित किया।