भारत में होने वाली शादियों में कई परंपराएं निभाई जाती हैं लेकिन सबसे ज्यादा चर्चित है दूल्हे के जूते चुराना। दुल्हन की बहनें दूल्हे को जूते छिपाकर बदले में पैसे मांगती हैं।
चीन में तुजिया समुदाय की शादियों में दुल्हन एक महीने पहले से ही रोने की शुरुआत कर देती है। जैसे-जैसे शादी की तारीख नजदीक आती है, परिवार के अन्य सदस्य भी इसका हिस्सा बन जाते हैं।
स्कॉटलैंड में शादी से पहले दूल्हा-दुल्हन को लोग कालिख लगा देते हैं। उन्हें आटा और पंखों से ढककर आसपास घुमाया जाता है। ये परंपरा आने वाली चुनौतियों का मिलकर सामने करने का प्रतीक है।
जर्मनी में शादी से पहले एक रस्म निभाई जाती है, जिसका नाम पोल्टराबेंड'है। इसमें दूल्हा-दुल्हन और मेहमान मिट्टी के बर्तन तोड़ते हैं। इसे बुरी आत्माओं को भगाने का प्रतीक माना जाता है।
केन्या की मासाई जनजाति में अजीबोगरीब परंपरा है। जहां दुल्हन के पिता बेटी को आशीर्वाद देने के लिए उसके सिर और छाती (ब्रेस्ट) पर थूकते हैं। यह रस्म सौभाग्य का प्रतीक माना जाता है।
केन्या में ही शादी से पहले दूल्हे के पैरों पर मछली या छड़ी से मारते हैं। इसमें हंसी मजाक भी होता है। इसके जरिए दूल्हे की ताकत और सहनशक्ति की परीक्षा होती है।
इंडोनेशिया के टिडोंग समुदाय में न्यूली मैरिड कपल को शादी के बाद तीन दिन-रात तक बाथरूम इस्तेमाल करने नहीं दिया जाता है। परंपरा खुशहाल वैवाहिक जीवन का प्रतीक मानी जाता है।