जापान में मोटापा कम करने के लिए 'Metabo Law' बना है। जिसमें 40-75 साल के सभी पुरुष एंप्लॉइज की कमर साइज 33.5 इंच और महिलाओं की 35.4 इंच होनी चाहिए। यह अनिवार्य है।
न्यूजीलैंड में वर्कप्लेस पर फनी हैट नहीं पहन सकते हैं। ऐसा करना यूनिफॉर्म कोड का उल्लंघन माना जाता है। इसके लिए कर्मचारी को सैलरी से 10% का जुर्माना देना पड़ सकता है, नियम कड़ा है।
जापान की इसेसाकी म्यूनिसिपैलिटी के कर्मचारियों को दाढ़ी रखना मना है। 2010 में लोकल गवर्नमेंट ने अपने कर्मचारियों की दाढ़ी पर बैन लगा दिया था। तर्क था कि यह देखने में खराब लगती है।
जर्मनी के श्रम मंत्रालय में 9-5 बजे तक काम करने का Way of Life बनाया है। वर्किंग आवर्स के बाहर एंप्लॉइस से कॉन्टैक्ट करने पर बैन है। इमरजेंसी होने तक ऐसा करना कानूनी जुर्म है।
फ्रांस में ऑफिस ऑवर खत्म होने के बाद बॉस एंप्लॉइज को ईमेल भेजकर काम के लिए बाध्य नहीं कर सकते हैं। कर्मचारियों को ईमेल से दूर रहना पड़ता है, इससे उन्हें शोषण से बचाया जाता है।
पुर्तगाल में कंपनियां छंटनी नहीं कर सकती हैं। रोजगार कानून में टर्मिनेशन पीरियड का क्लॉज ही नहीं है। इसलिए कंपनियां रिजाइन कराने कर्मचारियों को अच्छा पैसा देकर गुजारिश करती हैं।
जापान में नौकरी करने वालों को अगर ऑफिस में सोने का मन कर रहा है तो वे काम के बीच झपकी ले सकते हैं। बॉस उन्हें इसके लिए मोटिवेट भी करते हैं। बस तकिए का इस्तेमाल नहीं कर सकते हैं।
सऊदी अरब में महिलाओं के लिए बनाए गए स्टोर में पुरुषों के काम करने पर मनाही है। महिलाओं के कपड़ों और कॉस्मेटिक स्टोर्स पर सिर्फ महिलाएं ही काम कर सकती हैं।
जब भारत में ब्रिटिश शासन था, तब 1 कानून के तहत 100 से ज्यादा कर्मचारी वाली कंपनियों को किसी को नौकरी से निकालने से पहले सरकार को बताना पड़ता था, जिससे जॉब बचने का चांस रहता था।