9/11 के हमलों से अमेरिका को बड़ा धक्का लगा। इन हमलों ने न केवल हजारों जिंदगियों को प्रभावित किया बल्कि अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा और विदेश नीति में भी महत्वपूर्ण बदलाव लाए।
अमेरिका ने आतंकवाद और चरमपंथ से लड़ने के लिए अफगानिस्तान और इराक में सैन्य कार्रवाई की।
अमेरिका में सुरक्षा को बेहतर बनाने के लिए होमलैंड सिक्योरिटी विभाग बनाया गया।
इस एक्ट के जरिए पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों को ज्यादा निगरानी और जानकारी जुटाने की ताकत मिली।
हवाई यात्रा की सुरक्षा को काफी कड़ा किया गया, जिसमें चेकिंग और स्क्रीनिंग की प्रक्रिया बढ़ा दी गई।
आतंकवाद से निपटने के लिए अमेरिका ने अपनी सुरक्षा और खुफिया एजेंसियों को मजबूत किया और अंतरराष्ट्रीय सहयोग बढ़ाया।
सुरक्षा और व्यक्तिगत स्वतंत्रताओं के बीच संतुलन को लेकर बहस शुरू हुई।
विदेशी यात्रियों और immigrants की जांच सख्त कर दी गई, खासकर हाई रिस्क वाले देशों से।
हमलों के बाद मुस्लिम-अमेरिकनों के खिलाफ भेदभाव और नफरत में वृद्धि हुई।
9/11 के बाद अमेरिका की विदेश नीति में बड़ा बदलाव आया, जिसमें आतंकवाद और सुरक्षा को प्राथमिकता दी गई।
हमलों ने साइबर सुरक्षा के महत्व को बढ़ाया, जिससे इंटरनेट और डेटा सुरक्षा पर अधिक ध्यान दिया गया।