अगर आपने इजरायल का झंडा़ देखा होगा तो उसमें नीला सितारा नजर आता है। उसे 'स्टार ऑफ डेविड' यानी डेविड का सितारा कहा जाता है।
यहूदी अपने झंडे में 14वीं सदी के मध्य से ही सितारा बना हुआ है। यह उनका धार्मिक चिन्ह भी बन गया है। यहूदियों के लिए इस सितारें का काफी महत्व है।
इतिहास के मुताबिक, बताया जाता है कि साल 1896 में जायोनी आंदोलन की शुरूआत के बाद यहूदियों ने इस झंडे को अपनाया था। तब से ही यह उनका प्रतीक है।
यहूदी धर्म के झंडा, जिसमें ब्लू स्टार बना हुआ है। यहूदियों के इस झंडे को इजराइल ने आधिकारिक तौर पर 28 अक्टूबर 1948 को अपनाकर देश का झंडा बनाया था।
यहूदी धर्म के अनुयायियों का मानना है कि जब इस पृथ्वी पर प्रलय आएगा, तब उनके झंडे का सितारा यहूदियों की रक्षाकरेगा। इसी वजह से इस स्टार को 'द शील्ड ऑफ डेविड' कहते हैं।
कुछ लेखकों का यह भी मानना है कि यहूदियों ने इस सितारे को 3,500 साल पहले ही अपनाया था। कहा जाता है कि इब्री इजरायली दासों ने मिस्र की गुलामी से आजाद होने के बाद सितारे को अपनाया।
इजराइल के झंडे को ध्यान से देखने पर पता चलता है कि यह एक स्टार नहीं बल्कि दो त्रिकोण हैं। जिसमें से एक नीचे की तरफ और दूसरा ऊपर की तरफ है। राजा डेविड के ढाल पर यही चिन्ह था।