चीन ने वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर अपने जे-20 लड़ाकू विमान तैनात किए हैं। इसके जवाब में भारत ने जे-20 को खत्म करने वाली किलर मिसाइल रुद्रम-II का परीक्षण किया है।
रुद्रम-II एक सुपरसोनिक मिसाइल है, जो स्वदेशी रूप से डेवलप की गई है। DRDO ने ओडिशा के समुद्र तट पर Su-30MK-I लड़ाकू विमान से इस मिसाइल का परीक्षण किया है।
इंडियन एयरफोर्स और हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड के सहयोग से DRDO द्वारा डेवलप रुद्रम-II के सफल परीक्षण से भारत की ताकत कई गुना बढ़ गई है।
बता दें कि RudraM-2 मिसाइल दुश्मन के किसी भी तरह के हथियार, बंकर, जहाज, विमान, ऑर्डिनेंस डिपो को पलक झपकते उड़ा सकती है। इसकी स्पीड 6791.4 km/hr है।
RudraM-2 एक एंटी-रेडिएशन मिसाइल है, जिसे दुश्मन का कोई राडार सिस्टम, एयर डिफेंस सिस्टम, रेडियो फ्रिक्वेंसी यंत्र या किसी भी तरह का संचार सिस्टम नहीं पकड़ सकता।
RudraM-2 मिसाइल की तुलना रूस की खतरनाक Kh-31PD मिसाइल से की जा रही है। इसकी लंबाई 18 फीट है और ये 155 किलो गोला-बारूद लेकर उड़ान भर सकती है।
RudraM-2 की रेंज 300 KM है। ये अधिकतम 3 से 15 किलोमीटर की ऊंचाई तक जा सकती है। इसकी सटीकता 5 मीटर है। यानी अगर ये टारगेट से पांच मीटर दूर भी गिरती है, तो भी उसे नष्ट कर देगी।