ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी की मौत अररबैजान से लौटते वक्त हेलिकॉप्टर क्रैश में हो गई है। 63 साल के रईसी के साथ विदेश मंत्री होसैन अमीराब्दुल्लाहियन समेत 9 लोग थे।
कट्टरपंथी नेता इब्राहिम रईसी 2021 में ईरान के राष्ट्रपति बने थे। राष्ट्रपति बनने से पहले वे काफी चर्चा में रहे हैं। उन्होंने सुप्रीम लीडर अयातुल्ला अली खामनेई का करीबी माना जाता था
माना जाता था कि राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी ही खामनेई के उत्तराधिकारी बन सकते हैं, जो ईरान का सबसे सर्वोच्च पद होता है।
इब्राहिम रईसी ईरान के पहले ऐसे राष्ट्रपति थे, जिन पर पद संभालने से पहले ही अमेरिका ने प्रतिबंध लगा दिया था। 5 हजार लोगों को फांसी दिलवाकर वह काफी चर्चा में भी रहे थे।
इब्राहिम रईसी 1988 में सरकारी वकील थे। उन खुफिया ट्रिब्यूनल्स में भी शामिल थे, जिन्हें 'डेथ कमेटी' कहा जाता था। तब उन्होंने 5,000 राजनेताओं को देशद्रोही साबित कर फांसी दिलाई थी।
ईरान-इराक युद्ध के बाद इन राजनेताओं को देशद्रोह के आरोप में सूली पर चढ़ा दिया गया था। इसके बाद अमेरिका ने रईसी पर बैन लगाया और उन्हें 'बूचर ऑफ तेहरान' के नाम दिया गया।
एमनेस्टी के अनुसार, ईरानी की कमेटी ने 5 हजार लोगों को फांसी पर चढ़वाया था, जबकि मानवाधिकार संगठन उनकी संख्या करीब 30,000 बताता है।