इजराइल-हमास की जंग में गाजा के हालात खौफनाक हो गए हैं। लोग भूख से मरने की स्थिति में पहुंचने लगे हैं। दावा है कि दो महीने बाद यानी फरवरी में गाजा में भयंकर अकाल पड़ सकता है।
गाजा में खाना-पानी नहीं पहुंच रहा है। महंगाई सैकड़ों गुना ज्यादा बढ़ गई है। इजराइल की बमबारी से स्थानीय बेकरी और खाद्य गोदाम प्रभावित हुए हैं। फरवरी तक गाजा में अकाल की आशंका है।
इंटिग्रेटेड फूड सिक्योरिटी फेज क्लासिफिकेशन (IPC) ने सोमवार को रिपोर्ट जारी कर दावा किया कि गाजा की 23 लाख आबादी में 90% से ज्यादा खाद्य असुरक्षा का सामना कर रहे हैं।
IPC के अनुसार, गाजा में करीब 21 लाख लोग तीव्र खाद्य असुरक्षा से प्रभावित हैं।जिन्हें फेज-3 कैटेगरी में रखा गया है। 20% आबादी तीव्र खाद्य असुरक्षा का सामना करने पर अकाल माना जाता है
IPC में तीव्र खाद्य असुरक्षा के 5 फेज हैं। फेज-1 में तबाही, फेज-5 को अकाल माना जाता है। फेज-3 में लोग गंभीर खाद्य असुरक्षा का सामना करते हैं।
संयुक्त राष्ट्र समर्थित रिपोर्ट के अनुसार, फरवरी तक गाजा में हालात बदतर होने वाले हैं। अगर युद्ध नहीं रोका तो खाना-पानी की किल्लत गहरा जाएगी। बड़ी आबादी भूख से मर सकती है।
गाजा में लोग अपना खाना तक नहीं पका पा रहे हैं। वर्ल्ड फूड प्रोग्राम के अनुसार, हर 10 में 9 लोगों को काफी दिनों से खाना नहीं मिल पा रहा है। गर्भवती महिलाओं के हालात बदतर हैं।
गाजा के ताजा हालात में महिलाओं के लिए खतरा ज्यादा है। रिपोर्ट के अनुसार, 50 हजार महिलाएं वहां गर्भवती हैं, जिनकी डिलीवरी करीब है। नवजात बच्चों को दूध तक नहीं मिल पा रहा है।
7 अक्टूबर को हमास हमले के बाद इजराइल ने गाजा पर बमबारी शुरू की है। अब तक 20 हजार से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं।70 दिनों में गाजा के लोगों की जरूरतों का 10% खाना ही पहुंच पाया है।