इजरायली राष्ट्रपति Isaac Herzog का दावा है कि इजराइल पर 7 अक्टूबर को हमला करने वाले हमास आतंकियों के पास केमिकल हथियार बनाने का सामान मिला है। इनमें साइनाइड भी है।
इजराइली सेना के मुताबिक, किबुत्ज के म्यूजिक फेस्टिवल में हमला करने वाले कुछ आंतकी उन्होंने मार गिराए थे। उनकी लाशों की जांच करने पर केमिकल वेपन बनाने का सामान बरामद हुआ।
इजरायली राष्ट्रपति ने ये दावा भी किया है कि हमास आंतकियों से जो केमिकल वेपन बनाने का सामान मिला है, उसका कनेक्शन अल कायदा से है। उन्होंने मीडिया को इसके सबूत भी दिखाए हैं।
आतंकी संगठन अलकायदा के पूर्व सरगना ओसामा बिन लादेन के बेटे उमर लादेन ने दावा किया था कि उसके पिता ने कुत्तों पर केमिकल वेपन का ट्रायल किया है। उमर इन दिनों फ्रांस में रहता है।
केमिकल वेपंस गैस या लिक्विड के ऐसे भयानक मिश्रण होते हैं, जो बड़ी कहीं भी तबाही मचा सकते हैं। ये मनुष्यों के अलावा जानवरों और पक्षियों को गंभीर रूप से नुकसान पहुंचा सकता है।
केमिकल हथियार का इस्तेमाल होने से लोगों की तड़प-तड़पकर मौत हो जाती है। कई मामलों में शरीर पर फफोले पड़ जाते हैं, फेफड़े डैमेज हो जाते हैं, इंसान अंधा भी हो सकता है।
रासायनिक हथियारों का पहली बार प्रयोग प्रथम विश्व युद्ध में हुआ। तब इनकी वजह से 1 लाख से अधिक मौतें हुई। UN की रिपोर्ट के अनुसार, केमिकल वेपन से अब तक 10 लाख से ज्यादा मौतें हुई हैं
इजरायल-हमास जंग में इजराइल पर केमिकल हथियारों के इस्तेमाल का आरोप लग चुका है। फिलिस्तीन ने आरोप लगाया था कि इजरायल ने उसके यहां सफेद फॉस्फोरस बम गिराए हैं।
केमिकल वेपन को रोकने के लिए 1997 में OPCW नाम का एक संगठन बनाया गया। यह संयुक्त राष्ट्र के साथ काम करता है। दुनिया के 192 देश इसके सदस्य हैं। हेडक्वार्टर नीदरलैंड के हेग में है।