Hindi

क्या हमास के हाथ लगा इजराइल की तबाही वाला हथियार,जानें ऐसी चर्चा क्यों

Hindi

हमास के पास केमिकल हथियार- दावा

इजरायली राष्ट्रपति Isaac Herzog का दावा है कि इजराइल पर 7 अक्टूबर को हमला करने वाले हमास आतंकियों के पास केमिकल हथियार बनाने का सामान मिला है। इनमें साइनाइड भी है।

Image credits: Getty
Hindi

इजराइल का केमिकल हथियार का दावा क्यों

इजराइली सेना के मुताबिक, किबुत्ज के म्यूजिक फेस्टिवल में हमला करने वाले कुछ आंतकी उन्होंने मार गिराए थे। उनकी लाशों की जांच करने पर केमिकल वेपन बनाने का सामान बरामद हुआ।

Image credits: Getty
Hindi

क्या हमास का अलकायदा से कनेक्शन

इजरायली राष्ट्रपति ने ये दावा भी किया है कि हमास आंतकियों से जो केमिकल वेपन बनाने का सामान मिला है, उसका कनेक्शन अल कायदा से है। उन्होंने मीडिया को इसके सबूत भी दिखाए हैं।

Image credits: Getty
Hindi

ISIS, अलकायदा के पास भी केमिकल वेपन

आतंकी संगठन अलकायदा के पूर्व सरगना ओसामा बिन लादेन के बेटे उमर लादेन ने दावा किया था कि उसके पिता ने कुत्तों पर केमिकल वेपन का ट्रायल किया है। उमर इन दिनों फ्रांस में रहता है।

Image credits: Getty
Hindi

केमिकल हथियार कितना खतरनाक

केमिकल वेपंस गैस या लिक्विड के ऐसे भयानक मिश्रण होते हैं, जो बड़ी कहीं भी तबाही मचा सकते हैं। ये मनुष्यों के अलावा जानवरों और पक्षियों को गंभीर रूप से नुकसान पहुंचा सकता है।

Image credits: Getty
Hindi

केमिकल हथियारों में तबाही मचाने की क्षमता

केमिकल हथियार का इस्तेमाल होने से लोगों की तड़प-तड़पकर मौत हो जाती है। कई मामलों में शरीर पर फफोले पड़ जाते हैं, फेफड़े डैमेज हो जाते हैं, इंसान अंधा भी हो सकता है।

Image credits: Getty
Hindi

पहली बार कब इस्तेमाल हुए केमिकल वेपन

रासायनिक हथियारों का पहली बार प्रयोग प्रथम विश्व युद्ध में हुआ। तब इनकी वजह से 1 लाख से अधिक मौतें हुई। UN की रिपोर्ट के अनुसार, केमिकल वेपन से अब तक 10 लाख से ज्यादा मौतें हुई हैं

Image credits: Getty
Hindi

इजराइल पर भी केमिकल वेपन के आरोप

इजरायल-हमास जंग में इजराइल पर केमिकल हथियारों के इस्तेमाल का आरोप लग चुका है। फिलिस्तीन ने आरोप लगाया था कि इजरायल ने उसके यहां सफेद फॉस्फोरस बम गिराए हैं।

Image credits: Getty
Hindi

क्या कोई भी चला सकता है केमिकल हथियार

केमिकल वेपन को रोकने के लिए 1997 में OPCW नाम का एक संगठन बनाया गया। यह संयुक्त राष्ट्र के साथ काम करता है। दुनिया के 192 देश इसके सदस्य हैं। हेडक्वार्टर नीदरलैंड के हेग में है।

Image Credits: Getty