इजराइल-हमास जंग के बीच इजराइल के PM बेंजामिन नेतन्याहू ने गाजा पर जीत के बाद अपनी आगे की प्लानिंग और स्ट्रैटेजी का खुलासा किया है।
नेतन्याहू ने वॉर कैबिनेट के सामने एक प्रपोजल रखा है, जिसमें हमास के वेस्ट बैंक स्थित कॉम्पिटीटर 'फिलिस्तीनी अथॉरिटी' के लिए किसी भी भूमिका का जिक्र नहीं है।
बेंजामिन नेतन्याहू गाजा पर जीत के बाद एक बड़े सुरक्षा बफर जोन की तैयारी कर रहे हैं। हालांकि, अमेरिका और जो बाइडेन पूरी तरह इसके खिलाफ है।
नेतन्याहू ने गाजा के फ्यूचर को तीन हिस्सों निकट, मध्यम और लंबे समय वाले 3 स्टेज में बांटा है। साथ ही कहा है कि इजराइल गाजा की नाकेबंदी जारी रखेगा।
इजरायल गाजा में प्रशासनिक दखलंदाजी के साथ ही स्कूलों, मस्जिदों और दूसरे सिविलियन इश्यूज पर भी हस्तक्षेप रखेगा। इसका मतलब है कि गाजा की 23 लाख की आबादी पर इजरायल का कंट्रोल रहेगा।
इसके अलावा इजरायल ने गाजा से सटे अपने पूरे बॉर्डर पर बफर जोन की बात कही है। इसका उद्देश्य अवैध हथियारों की तस्करी पर लगाम के साथ ही मिस्र के साथ अपनी सीमा को और सुरक्षित करना है।
इसके अलावा इजराइल प्राथमिक संयुक्त राष्ट्र राहत एजेंसी (UNRWA)को बंद करने के लिए भी काम करेगा। इसकी जगह दूसरे अंतरराष्ट्रीय सहायता संगठन को नियुक्त किया जाएगा।
इजराइल ने कहा- फिलिस्तीनियों के साथ व्यवस्था में हम किसी भी अंतरराष्ट्रीय आदेश को पूरी तरह खारिज करते हैं। कोई भी व्यवस्था बिना किसी शर्त के दो पक्षों में बातचीत से ही संभव होगी।
अमेरिका और यूरोपियन यूनियन गाजा में जंग के बाद एक अलग प्लानिंग पर काम कर रहे हैं। इसमें राष्ट्रपति महमूद अब्बासी की अध्यक्षता में सेकुलर फिलिस्तीनी अथॉरिटी की बात कही गई है।