गाड़ी का टायर पंचर हो जाए या बीच रास्ते में फ्यूल खत्म हो जाए या फिर रास्ते में मेडिकल इमरजेंसी की स्थित आ जाए तो आप टोल रसीद की मदद से कम समय में मदद पा सकते हैं। इसलिए टोल रसीद फेंकने की बजाय उसे संभाल कर रखें।
उल्टी या चक्कर के डर से बहुत से लोग सफर करना पसंद नहीं करते हैं। चाहकर भी वे कार या बस से सफर करने से बचते हैं। बंद गाड़ी में बैठते ही उन्हें उल्टी जैसा लगने लगता है। ऐसे में सफर पर निकलना भी किरकिरा हो जाता है।
कुछ लोग राज में सफर करना पसंद करते हैं लेकिन रात में ड्राइविंग करना काफी जिम्मेदारी का काम होता है। इस दौरान गाड़ी चलाते समय कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए। इससे आपको नींद की समस्या नहीं होती है और ड्राइविंग सेफ हो जाती है।
अब सीट बेल्ट अलार्म स्टॉपर क्लिप्स बेचना ई-कॉमर्स साइट्स को महंगा पड़ सकता है। CCPA ने आदेश दिया है कि कंपनियां तत्काल प्रभाव से अपने साइट्स से इस प्रोडक्ट को डीलिस्ट करें, वरना उन पर कड़ी कार्रवाई हो सकती है।
शहरों में तेजी से बढ़ते प्रदूषण और डीजल पर दूसरे देशों पर निर्भरता को सरकार काम करना चाहती है। यही कारण है कि ज्यादा से ज्यादा इलेक्ट्रिक गाड़ियों पर सरकार फोकस कर रही है और इन्हें बढ़ावा भी दे रही है।
कैलिफोर्निया में रह रहे बेंगलुरु के एक युवक ने बचपन की यादें ताजा की हैं। उसने स्कूल बस का रजिस्ट्रेशन नंबर ही अपनी कार के लिए लिया है। उसकी पोस्ट सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। लोग उसकी खूब तारीफ कर रहे हैं।
ऑटो डेस्क : आज सबसे महंगी और लग्जरी कारों का नाम आते ही BMW जेहन में आ जाता है। इस कंपनी की शुरुआत पहले वर्ल्ड वॉर के दौरान हुई थी। तब यह फाइटर प्लेन का इंजन बनाया करती थी। इसके बाद मोटरसाइकिल और अब कार बना रही है। जानिए इसका दिलचस्प इतिहास...
महिंद्रा को ज्यादातर लोग ऑटो सेक्टर की कंपनी ही जानते हैं लेकिन ये ग्रुप 22 अलग-अलग तरह की इंडस्ट्रीज में काम करती है। महिंद्रा की कंपनी टेक महिंद्रा की दुनियाभर में पहचान है। बहुत कम लोग ही कंपनी M&M का पूरा नाम जानते हैं।
ट्रक के पीछे 'Horn OK Please' लिखा तो हम सब देखते हैं लेकिन इसका सही-सही मतलब बहुत ही कम लोगों को पता होता है। तीन शब्द की इस लाइन के एक-एक वर्ड का अपना मतलब होता है। एक तो सेकेंड वर्ल्ड वार से ही चला आ रहा है।
देश-दुनिया में आए दिन रोड एक्सीडेंट की वजह से बड़ी संख्या में जान जाती है। रात में नींद आने की वजह से सड़क हादसे ज्यादा ही होते हैं। इंजीनियरिंग के 5 छात्रों ने ऐसी डिवाइस तैयार की है, जो रोड एक्सीडेंट कम करने में मदद कर सकता है।