शेख मोहम्मद अब्दुल्ला जम्मू-कश्मीर में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के समर्थन से सरकार की नीतियों के खिलाफ आंदोलन का नेतृत्व किया। इसी दौरान पंडित नेहरू अब्दुल्ला के करीबी दोस्त बन गए थे।
भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान देश के कोने-कोने से क्रांतिकारियों ने आजादी की लड़ाई और शहीद हुए। इन्हीं में एक थे वक्कम अब्दुल खादर जिन्हें केरल के भगत सिंह के नाम से भी जाना जाता है। महज 26 साल की उम्र में शहीद होने वाले वक्कम अंग्रेजों से सीधे मोर्चा लिया था।
भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान तेलंगाना और आंध्र प्रदेश के आदिवासी आंदोलनों के दौरान जल, जंगल, जमीन का नारा गूंजा था। यह नारा इतना प्रसिद्ध हुआ कि आज भी आदिवासियों द्वारा इसका प्रयोग किया जाता है।
क्रिकेट की दुनिया में आज भारत सिरमौर है। टी20 और वनडे विश्वकप जीत चुकी टीम इंडिया के कई खिलाड़ी ऐसे हैं जिनके रिकॉर्ड तोड़ पाना मुश्किल है। टेस्ट क्रिकेट में भारत की ओर से पहली सेंचुरी जड़ने का श्रेय भारतीय खिलाड़ी लाला अमरनाथ को जाता है।
कॉमनवेल्थ गेम 2022 में भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेले गए t20 के फाइनल मुकाबले में भारत को हार का सामना करना पड़ा और ऑस्ट्रेलिया ने गोल्ड मेडल हासिल किया। वहीं भारतीय टीम को चांदी से संतोष करना पड़ा।
टीम इंडिया और वेस्टइंडीज के बीच पांच मैचों की T20 सीरीज का आखिरी मैच रविवार को फ्लोरिडा के लॉडरहिल में खेला जा रहा है। इस मैच में रेगुलर कैप्टन रोहित शर्मा को रेस्ट दिया गया है। उनकी जगह हार्दिक पंड्या टीम इंडिया की कप्तानी संभाल रहे हैं।
भारत इस साल अपनी आजादी का अमृत महोत्सव (Aazadi Ka Amrit Mahotsav) मना रहा है। 15 अगस्त, 2022 को भारत की स्वतंत्रता के 75 साल पूरे हो रहे हैं। बता दें कि आजादी के बाद भी भारत में प्रकृति और पर्यावरण को बचाने के लिए कई आंदोलन हुए। इन्हीं में से एक था चिपको आंदोलन और इसके प्रणेता थे सुंदरलाल बहुगुणा।
भारत में अगर बदलाव की गाथा लिखी जाए, तो उस फेहरिश्त में हरित क्रांति लाने वाले एमएस स्वामीनाथन का भी नाम शामिल होगा। एक वक्त में देश में गेहूं की कमी हो गई थी। लेकिन स्वामीनाथन ने तस्वीर ही बदल डाली।
धारा 377, एक ऐसा फैसला था, जिसके कारण एक तबके को प्यार करने की आजादी मिली। LGBTQ को उनका सम्मान वापस मिला। वो अधिकार वापस मिला, जिसे समाज ने उनसे वंचित रखा था। मुहब्बत को लेकर लिया गया यह फैसला वाकई यागार रहेगा।
जमशेदजी नौसेरवानजी टाटा को भारतीय उद्योग का जनक कहा जाता है। उन्होंने भारत में उद्योग लगाने की शुरूआत की और बहुत ही जल्द एक बड़ा व्यापारिक साम्राज्य भी स्थापित कर लिया। जमशेद जी को पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू का भी प्रिय माना जाता है।