आंध्रप्रदेश के इस मंदिर को कहते हैं भारत का सबसे अमीर मंदिर, जमीन से प्रकट हुई थी ये प्रतिमा

हमारे देश में अलग-अलग नामों से भगवान विष्णु के अनेक मंदिर है। ऐसा ही एक मंदिर दक्षिण भारत के आंध्रप्रदेश (Andhra Pradesh) के चित्तूर (Chittoor) जिले की तिरुपति (Tirupati) में तिरुमाला (Tirumala) की पहाड़ी पर स्थित है। ये मंदिर तिरुपति बालाजी (Tirupati Balaji) के नाम से प्रसिद्ध है। इस मंदिर की कई बातें इसे खास बनाती हैं।
 

Asianet News Hindi | Published : Mar 21, 2022 5:16 AM IST

उज्जैन. तिरुपति बालाजी (Tirupati Balaji) को देश का सबसे धनी मंदिर भी कहा जाता है। इस मंदिर की कई परंपराएं हैं, जो पूरी दुनिया में प्रसिद्ध हैं। इस मंदिर की पहाड़ी पर सात चोटियां होने से इसे सात पहाडिय़ों का मंदिर भी कहा जाता है। मंदिर में प्रतिदिन लगभग 50 हजार से 1 लाख भक्त दर्शन के लिए पहुंचते हैं। दो साल बाद तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (टीटीडी) ने 20 मार्च, रविवार को ऑनलाइन मोड के माध्यम से अरिजीत सेवा टिकट जारी किया। आगे जानिए इस मंदिर से जुड़ी खास बातें…

ये भी पढ़ें- 24 मार्च को बुध करेगा राशि परिवर्तन, मीन राशि बनेगा बुधादित्य योग, किस राशि पर कैसा होगा इसका असर?

1. खुद प्रकट हुई थीं यहां की मूर्ति
मान्यता है कि यहां मंदिर में स्थापित काले रंग की दिव्य मूर्ति किसी ने बनाई नहीं बल्कि वह खुद ही जमीन से प्रकट हुई थी। स्वयं प्रकट होने की वजह से इसकी बहुत मान्यता है। वेंकटाचल पर्वत को लोग भगवान का ही स्वरूप मानते है और इसलिए उस पर जूते लेकर नहीं जाया जाता।


ये भी पढ़ें- 9 ग्रहों में से कौन-से ग्रह हमेशा टेढ़ी चाल चलते हैं और कौन-से ग्रहों की चाल में परिवर्तन होता रहता है?

2. इसलिए किया जाता है यहां बालों का दान
मान्यता है कि जो व्यक्ति अपने मन से सभी पाप और बुराइयों को यहां छोड़ जाता है, उसके सभी दुख देवी लक्ष्मी खत्म कर देती हैं। इसलिए यहां अपनी सभी बुराइयों और पापों के रूप में लोग अपने बाल छोड़ जाते है। ताकी भगवान विष्णु और देवी लक्ष्मी उन पर प्रसन्न हों और उन पर हमेशा धन-धान्य की कृपा बनी रहे।

3. क्यों कहते हैं भगवान विष्णु को वेंकटेश्वर
इस मंदिर के बारे में कहा जाता हैं कि यह मेरूपर्वत के सप्त शिखरों पर बना हुआ है, जो की भगवान शेषनाग का प्रतीक माना जाता है। इस पर्वत को शेषांचल भी कहते हैं। इसकी सात चोटियां शेषनाग के सात फनों का प्रतीक कही जाती है। इन चोटियों को शेषाद्रि, नीलाद्रि, गरुड़ाद्रि, अंजनाद्रि, वृषटाद्रि, नारायणाद्रि और वेंकटाद्रि कहा जाता है। इनमें से वेंकटाद्रि नाम की चोटी पर भगवान विष्णु विराजित हैं और इसी वजह से उन्हें वेंकटेश्वर के नाम से जाना जाता है।

ये भी पढ़ें...

काशी में जलती चिताओं के बीच मुर्दों की राख से खेली गई होली, इस परंपरा में छिपा है गहरा ‘रहस्य’?


23 फरवरी को अस्त हुआ था गुरु ग्रह, अब होने वाला है उदय, इन 4 राशि वालों को मिलेगा किस्मत का साथ

सूर्य पर पड़ रही है शनि की टेढ़ी नजर, अशुभ होता है ऐसा योग, 14 अप्रैल तक इन 4 राशि वालों को रहना होगा बचकर

डायबिटिज या नींद न आने से हैं परेशान तो ये ग्रह हो सकता है कारण, इन उपायों से दूर हो सकती है आपकी परेशानी
 

Latest Videos

Share this article
click me!

Latest Videos

हरियाणा इलेक्शन 2024 के 20 VIP फेस, इनपर टिकी हैं देश की निगाहें
10 साल की बच्ची का किडनैप के बाद रेप-मर्डर, फिर दहल उठा ममता बनर्जी का पं. बंगाल
'हिम्मत कैसे हुई पूछने की' भरी अदालत में वकील पर क्यों भड़के CJI चंद्रचूड़
सामने आई Bigg Boss 18 के घर की PHOTOS, देखें कोने-कोने की झलक
हरियाणा चुनाव के10 अमीर प्रत्याशीः बिजनेसमैन सावित्री जिंदल से धनवान है यह कैंडीडेट