घर में भी देवी-देवताओं के लिए मंदिर बनवाने की परंपरा पुराने समय से चली आ रही है। आज भी काफी लोग इस परंपरा का पालन करते हैं और अपने-अपने घर में मंदिर बनवाते हैं।
उज्जैन. मंदिर में रोज पूजा करने पर घर का वातावरण पवित्र और सकारात्मक बना रहता है। साथ ही, सभी देवी-देवताओं की कृपा भी मिलती है। अगर आपके घर में भी मंदिर है तो यहां जानिए उज्जैन के ज्योतिर्विद पं. प्रफुल्ल भट्ट के अनुसार किन बातों का ध्यान रखना चाहिए...
1. घर के मंदिर में ज्यादा बड़ी मूर्तियां नहीं रखनी चाहिए। अगर हम मंदिर में शिवलिंग रखना चाहते हैं तो शिवलिंग हमारे अंगूठे के आकार से बड़ा नहीं होना चाहिए। अन्य देवी-देवताओं की मूर्तियां भी छोटे आकार की ही रखनी चाहिए।
2. घर में मंदिर ऐसी जगह पर बनवाएं, जहां दिनभर में कभी भी कुछ देर के लिए सूर्य की रोशनी पहुंचती हो और ताजी हवा आती रहती है। सूर्य की रोशनी से वातावरण की नकारात्मक ऊर्जा भी खत्म होती है और सकारात्मकता बढ़ती है।
3. घर में जहां मंदिर है, वहां चमड़े से बनी चीजें, जूते-चप्पल, बेल्ट, पर्स नहीं ले जाना चाहिए। मृत जीवों की चमड़ी की बनी चीजों को अशुद्ध माना जाता है।
4. मंदिर में मृतकों और पूर्वजों के फोटो भी नहीं लगाना चाहिए। पूर्वजों की फोटो लगाने के लिए दक्षिण दिशा शुभ रहती है। पूजन कक्ष में पूजा से संबंधित सामग्री ही रखना चाहिए। दूसरी चीजें रखने से बचना चाहिए।
5. घर के मंदिर के आसपास शौचालय होना भी अशुभ रहता है। इसीलिए ऐसे स्थान पर पूजन कक्ष बनाएं, जहां आसपास शौचालय न हो। अगर किसी छोटे कमरे में पूजा कक्ष बनाया है तो वहां कुछ स्थान खुला होना चाहिए, जहां आसानी से बैठा जा सके।
6. यदि घर में मंदिर है तो हर रोज सुबह और शाम पूजा अवश्य करना चाहिए। पूजा में घंटी अवश्य बजाएं। इससे घंटी की आवाज से नकारात्मकता नष्ट होती है। दिन में कम से कम एक बार दीपक अवश्य जलाएं। इससे वास्तु के कई दोष दूर होते हैं।