भगवान श्रीकृष्ण चाहते तो एक ही दिन में जीत सकते थे महाभारत का युद्ध, जानें ऐसा क्यों नहीं किया

कुछ लोग सफलता के लिए शार्टकट अपनाते हैं, लेकिन शार्टकट से मिली सफलता ज्यादा दिन नहीं टिकती। इसलिए अगर लंबे समय तक सफल रहना है तो शार्टकट से बचिए। सफलता स्थायी तभी होती है, जब उसे स्वयं संघर्ष करके हासिल किया जाएगा।

Asianet News Hindi | Published : Aug 23, 2019 12:05 PM IST

उज्जैन. कुछ लोग सफलता के लिए शार्टकट अपनाते हैं, लेकिन शार्टकट से मिली सफलता ज्यादा दिन नहीं टिकती। इसलिए अगर लंबे समय तक सफल रहना है तो शार्टकट से बचिए। सफलता स्थायी तभी होती है, जब उसे स्वयं संघर्ष करके हासिल किया जाएगा।

श्रीकृष्ण एक ही दिन में जीत सकते थे महाभारत युद्ध...

- महाभारत के युद्ध को अकेले श्रीकृष्ण एक ही दिन में जीत सकते थे, लेकिन उन्होंने सिर्फ पांडवों का मार्गदर्शन ही किया। वे चाहते तो पांडवों की ओर से कोई सैनिक नहीं मारा जाता और युद्ध जीता जा सकता था।

- अर्जुन ने भी श्रीकृष्ण से कहा था कि आप केवल मुझे सही रास्ता दिखाइए, युद्ध में अपनी शक्ति से जीतना चाहता हूं, मुझे आपकी सेना नहीं चाहिए। पांडवों ने पूरे युद्ध में खुद कोई अधर्म नहीं किया, कोई नियम नहीं तोड़ा, वे तो बस वो ही करते गए जो श्रीकृष्ण बताते रहे।

- इसका कारण यह था कि अगर श्रीकृष्ण युद्ध जीत कर युधिष्ठिर को राजा बना देते तो पांडव कभी उस सफलता का मूल्य नहीं समझ पाते। सफलता के साथ शांति और संतुष्टि ये दो भाव होना जरूरी है।

- अगर हम अशांत और असंतुष्ट हैं तो इसका सीधा अर्थ यह है कि हमने सफलता के लिए कोई शार्टकट अपनाया है। शार्टकट से मिली सफलता अस्थायी होती है और यही भाव हमारे मन को अशांत करता है।

ये हैं लाइफ मैनेजमेंट के 3 सूत्र...
1. सफलता पाने के लिए गलत तरीका न अपनाएं।
2. काम में देरी होने पर भी संघर्ष से पीछे न हटें।
3. उन लोगों को न भूलें, जिन्होंने आपकी मदद की।

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