ग्रंथों में बताई गई सप्तपुरियों में से एक है काशी, क्या आप जानते हैं इससे जुड़ी ये 8 खास बातें

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) आज (13 दिसंबर, सोमवार) को अपने संसदीय क्षेत्र में काशी विश्वनाथ धाम कारीडोर (Kashi Vishwanath corridor) का लोकापर्ण करेंगे। ये प्रधानमंत्री का ड्रीम प्रोजेक्ट है।

उज्जैन. काशी विश्वनाथ धाम का शिलान्यास प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 08 मार्च 2019 को किया था। अब 13 दिसम्बर को लोकार्पण करने पहुंच रहे है। 445 करोड़ रुपये की परियोजना को रिकॉर्ड समय दो वर्ष 9 माह नौ दिन पूरा किया गया है। निर्माण के लिए 320 भवनों को क्रय किया गया। जिसमें 498 करोड़ रुपये लागत आयी थी। काशी विश्वनाथ 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है। इस मंदिर का वर्णन अनेक धर्म ग्रंथों में मिलता है। पुराणों में बताई गई है सप्त पुरियों में काशी का भी वर्णन है। यही कारण है कि इस शहर का धार्मिक महत्व है। ऐसी मान्यता है कि प्रलय आने पर जब सृष्टि का सर्वनाश होगा, ये शहर तक भी बचा रहेगा। आगे जानिए काशी और विश्वनाथ ज्योतिर्लिंग से जुड़ी खास बातें…

1. काशी को प्राचीन सप्त पुरियों में से एक माना गया है। 
अयोध्या मथुरा माया काशी कांची अवंतिका।
पुरी द्वारावती चैव सप्तैता मोक्षदायिकाः॥
अर्थ- अयोध्या, मथुरा, माया यानी हरिद्वार, काशी, कांचीपुरम, अवंतिका यानी उज्जैन, द्वारिकापुरी, ये सातों मोक्षदायीनी पवित्र नगरियां यानी पुरियां हैं।

2. काशी विश्वनाथ का मंदिर हजारों साल पुराना है। मुगल काल के दौरान इस मंदिर को नष्ट कर दिया था। 18वीं शताब्दी में महारानी अहिल्या बाई होल्कर ने इस मंदिर का जीर्णोद्धार करवाया। इसके बाद महाराजा रणजीत सिंह ने यहां सोने के द्वार बनवाए थे।

3. काशी विश्वनाथ मंदिर के शिखर पर सोने का छत्र लगा हुआ है। इसके संबंध में मान्यता प्रचलित है कि इसके दर्शन मात्र से भक्त की सभी मनोकामनाएं पूरी हो सकती हैं।

4. काशी में गंगा, वरुणा और असी यानी अस्सी नाम की पवित्र नदियां बहती हैं। यहां पर वरुणा और अस्सी नदी के बहने के कारण ही इस नगर को वाराणसी भी कहा जाता है। यह दोनों नदियां यहां से बहती हुईं, आगे जाकर गंगा नदी में मिल जाती हैं।

5. काशी के कई घाट बहुत प्रसिद्ध हैं। इनमें दशाश्वमेध घाट, मणिकार्णिका घाट, हरिशचंद्र घाट और तुलसी घाट आदि शामिल हैं। इन घाटों का विशेष महत्व है। इन घाटों से जुड़ी कई कथाएं धर्म ग्रंथों में मिलती हैं।

6. इसके 12 प्रसिद्ध नाम हैं। ये नाम इस प्रकार हैं - काशी, वाराणसी, अविमुक्त क्षेत्र, आनंदकानन, महाश्मशान, रुद्रावास, काशिका, तपस्थली, मुक्तिभूमि, शिवपुरी, त्रिपुरारि राज नगरी और विश्वनाथ नगरी।

7. महाभारत में भी काशी का उल्लेख है। यहां के राजा काशिराज की तीन पुत्रियां थीं। अंबा, अंबालिका और अंबिका। इनका स्वयंवर होने वाला था, तब भीष्म ने इन कन्याओं का अपहरण कर लिया था। महाभारत युद्ध में काशिराज ने पांडवों का साथ दिया था।

Latest Videos

8. बौद्ध धर्म के संस्थापक गौतम बुद्ध का भी काशी से संबंध है। बौद्ध काल में काशी राज्य कोसल जनपद में आता था। कोसल की राजकुमारी का मगधराज बिंबिसार के साथ विवाह हुआ था। इस विवाह में काशी को दहेज में दिया गया था। गौतम बुद्ध ने अपना पहला उपदेश वाराणसी के पास स्थित सारनाथ में दिया था।

 

ये खबरें भी पढ़ें

POK में शुरू हुआ शारदा देवी मंदिर का निर्माण, 5 हजार साल पुराना है इस धर्म स्थल का इतिहास

Geeta Jayanti 2021: जीवन नष्ट कर देती हैं ये 3 बुरी आदतें, ये हैं श्रीमद्भगवद गीता के लाइफ मैनेजमेंट

Mokshada Ekadashi 14 दिसंबर को, इस दिन व्रत करने से पितृों को भी मिलता है मोक्ष, जानिए कथा

16 दिसंबर से 14 जनवरी 2021 तक का समय है बहुत खास, ये उपाय कर सकते हैं आपकी परेशानियां दूर

बुध के राशि परिवर्तन से इन 4 राशि वालों की बढ़ सकती हैं मुश्किलें, जानिए किस राशि पर कैसा होगा असर

Read more Articles on
Share this article
click me!

Latest Videos

Anmol Bishnoi Arrest News: पुलिस के जाल में कैसे फंसा Lawrence Bishnoi का भाई?
कांवड़ vs नमाज, बिगड़े असदुद्दीन ओवैसी के नेता शौकत अली के बोल #Shorts
G20 समिट में इटली पीएम मेलोनी से मिले मोदी, देखें और किन-किन राष्ट्राध्यक्षों से हुई मुलाकात
बाहर आए Ashneer Grover और खोल दी Salman Khan के शो Bigg Boss 18 की सारी पोल
क्या है धारावी का वो प्रोजेक्ट जिस पर राहुल गांधी के निशाने पर हैं अडानी और बीजेपी । Dharavi Project