Sawan 2021: 1940 में खुदाई के दौरान मिला था 5 हजार साल पुराना शिवलिंग, गुजरात के इस मंदिर में है स्थापित

Published : Aug 14, 2021, 09:30 AM ISTUpdated : Aug 14, 2021, 09:54 AM IST
Sawan 2021: 1940 में खुदाई के दौरान मिला था 5 हजार साल पुराना शिवलिंग, गुजरात के इस मंदिर में है स्थापित

सार

भारत में शिवजी के अनेक मंदिर हैं, लेकिन इनमें से कुछ मंदिर बहुत ही खास हैं। ऐसा ही एक मंदिर गुजरात (Gujrat) के मोसाद नामक स्थान से करीब 14 किमी दूर देडियापाडा (dediapada) तालुका के कोकम (Kokum Village) गांव में स्थित है। इस मंदिर को जलेश्वर महादेव मंदिर (Jaleshwar Mahadev Temple) के नाम से जाना जाता है।  

उज्जैन. सावन मास (Sawan) में शिव मंदिरों में भक्तों की लंबी कतारें लगती हैं। भारत में हजारों साल पहले के मंदिर आज भी देखे जाते हैं। पुरात्तव विभाग इनके ऐतिहासिक होने का प्रमाण भी देता है। ऐसा ही एक मंदिर गुजरात के मोसाद नामक स्थान से करीब 14 किमी दूर देडियापाडा (dediapada) तालुका के कोकम (Kokum Village) गांव में स्थित है। इस मंदिर को जलेश्वर महादेव मंदिर (Jaleshwar Mahadev Temple) के नाम से जाना जाता है। ऐसी मान्यता है कि यहां स्थापित शिवलिंग लगभग 5 हजार साल पुराना है।

5000 साल पुराना शिवलिंग
मोसाद शहर से लगभग 14 किमी की दूरी पर स्थित महादेव का यह मंदिर पूर्वा नदी के तट पर है। यह नदी पूर्व दिशा की ओर बहती है, इसीलिए इसे पूर्वा नदी के नाम से पहचाना जाता है। भगवान शिव का यह मंदिर पूरना नदी के तट पर होने के कारण इस मंदिर को जलेश्वर महादेव (Jaleshwar Mahadev Temple) के नाम से जाना जाता है। इस मंदिर में स्थापित शिवलिंग 1940 में मंदिर की खुदाई के दौरान मिला था। इस मंदिर के साथ और भी कई चीजे खुदाई में मिली थी। मान्यता है कि ये शिवलिंग 5000 साल से भी अधिक पुराना है।

महाशिवरात्रि (mahashivratri) पर होती है विशेष पूजा
प्रत्येक महाशिवरात्रि (mahashivratri) पर जलेश्वर महादेव मंदिर (Jaleshwar Mahadev Temple) में विशेष पूजा की जाती है। इसके अलावा हर सोमवार यहां भक्तों की भीड़ उमड़ती है। सावन मास में यहां भक्तों का सैलाब देखते ही बनता है। ऐसी मान्यता है इस शिवलिंग के दर्शन करने मात्र से ही लोगों की मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं।

कैसे पहुचें?

रेल मार्ग

नर्मदा जिला (Narmada District) से निकटतम रेलवे स्टेशन वडोदरा है। ये रेलवे स्टेशन भारत के सभी प्रमुख शहरों जैसे मुंबई, जयपुर, पुणे, कोलकाता, हैदराबाद, बेंगलुरु, पटना, और लखनऊ, आदि से जुड़ा है। वड़ोदरा स्टेशन से, नर्मदा जिले तक पहुँचने के लिए एक और 90 किमी की दूरी तय करने के लिए टैक्सी या बस लेनी पड़ती है।

सड़क मार्ग
पर्यटक नर्मदा जिले (गुजरात) की यात्रा करने के लिए या तो अंतरराज्यीय पर्यटक बस ले सकते हैं या अपने निजी वाहन ले सकते हैं। दिल्ली, मुंबई, कोलकाता और बेंगलुरु से क्रमशः 1,000, 450, 2,000 और 1,300 किमी की दूरी तय करनी होती है।   

हवाई मार्ग
नर्मदा जिले तक पहुँचने के लिए निकटतम हवाई अड्डा वडोदरा हवाई अड्डा है। टैक्सी या बस जैसे स्थानीय रूप से उपलब्ध परिवहन द्वारा मुख्य जिले तक पहुँचने के लिए एक और 90 किमी की दूरी तय करनी होती है।

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