गोस्वामी तुलसीदास द्वारा रचित श्रीरामचरित मानस में लाइफ मैनेजमेंट के अनेक सूत्र बताए गए हैं।
उज्जैन. श्रीरामचरित मानस के एक प्रसंग में बताया गया है अगर कोई बुरा व्यक्ति हमारे सामने झुकता है तो हमें सावधान हो जाना चाहिए। नीच लोग जब भी हमारे सामने झुकते हैं तो इसका मतलब यही है कि वे हमसे कुछ चाहते हैं। इन लोगों की इच्छा पूरी करने पर हमें परेशानियों का सामना करना पड़ता है। यहां जानिए रावण और मारीच का पूरा प्रसंग...
जब मारीच के सामने झुका रावण
जब रावण सीता का हरण करने के लिए लंका से निकलता है तो सबसे पहले वह अपने मामा मारीच के पास पहुंचता है और उसे नमस्कार करता है। मारीच रावण को झुका देखकर समझ जाता है कि अब भविष्य में कोई संकट आने वाला है।
श्रीरामचरित मानस में लिखा है कि-
नवनि नीच कै अति दुखदाई। जिमि अंकुस धनु उरग बिलाई।।
भयदायक खल कै प्रिय बानी। जिमि अकाल के कुसुम भवानी।।
ये है इस चौपाई का लाइफ मैनेजमेंट