हिंदू धर्म में बहुत सी चीजों को सीधे जमीन पर (बिना आसन के) रखने की मनाही है जैसे- तुलसीदल, चंदन, शालिग्राम शिला आदि। ऐसी मान्यता है कि ये चीजें बहुत ही पवित्र हैं।
उज्जैन. धर्म ग्रंथों के अनुसार, कुछ चीजों को जमीन पर रखने से मनुष्य को नरक में जाना पड़ता है। श्रीमद्देवीभागवत के नवम स्कंद के अनुसार, आज हम आपको कुछ ऐसी ही चीजों के बारे में बता रहे हैं, जिन्हें सीधे जमीन पर नहीं रखना चाहिए।
मुक्तां शुक्तिं हरेरर्चां शिवलिंग शिवां तथा।
शंख प्रदीपं यंत्र च माणिक्यं हीरकं तथा।। 39
यज्ञसूत्रं च पुष्पं च पुस्तकं तुलसीदलम्।
जपमालां पुष्पमालां कर्पूरं च सुवर्णकम्।। 40
गोरोचनं चन्दनं च शालग्रामजलं तथा।
एतान्वोढुमशक्ताहं क्लिष्टा च भगवछ्णु।। 49
द्रव्याण्येतानि ये मूढा अर्पयिष्यन्ति सुंदरि।
यास्यन्ति कालसूत्रं ते दिव्यं वर्षशतं त्वयि।। 42
अर्थात- मोती, सीप, शालिग्राम शिला, शिवलिंग, शंख, दीप, यंत्र, माणिक्य, हीरा, यज्ञोपवित, पुष्प, पुस्तक, तुलसीदल, जपमाला, पुष्पमाला, कपूर, सोना, गोरोचन, चंदन और शालिग्राम का जल। इन चीजों को जमीन पर रखने से कालसूत्र नाम के नरक में निवास करना पड़ता है।
जानिए क्यों इन चीजों को जमीन पर नहीं रखना चाहिए-
1. शालिग्राम शिला, शिवलिंग, शालिग्राम का जल। ये सभी पूजनीय हैं। शालिग्राम शिला भगवान विष्णु का और शिवलिंग भगवान शिव का प्रतीक है। धर्म ग्रंथों में शालिग्राम का जल भी पवित्र माना गया है। इसलिए इनमें से किसी को भी सीधे जमीन पर नहीं रखना चाहिए। ऐसा करने से इनका अपमान होता है, जिसका दुष्परिणाम आने वाले समय को देखने को मिल सकता है।
2. शंख, दीप, यंत्र, फूल, तुलसीदल, जपमाला, कपूर, चंदन और पुष्पमाला। इन सभी का उपयोग पूजा में या अन्य शुभ कामों में किया जाता है। इसलिए इन्हें भी सीधे जमीन पर नहीं रखना चाहिए। या तो इन्हें आसन पर या पूजा के स्थान पर रखना चाहिए। ऐसा करने से भगवान की कृपा हम पर बनी रहती है।
3. मोती, हीरा, माणिक्य और सोना। ये सभी बहुमूल्य रत्न व धातु हैं। इनका संबंध किसी न किसी ग्रह से है। ग्रहों के अशुभ प्रभाव से बचने के लिए लोग इन्हें अपनी उंगलियों में पहनते हैं। ज्योतिष शास्त्र में इन सभी रत्नों व धातु का विशेष महत्व है। इसलिए इन्हें सीधे जमीन पर रखना इनका अपमान ही होता है।
4. सीप समुद्र से निकलने से के कारण देवी लक्ष्मी से संबंधित है। इसलिए इसे भी सीधे जमीन पर नहीं रखना चाहिए।
5. यज्ञोपवित ब्राह्मण से संबंधित है। इसलिए इसे भी जमीन पर नहीं रखना चाहिए।
6. पुस्तक से ज्ञान मिलता है, वहीं गोरोचन गाय से प्राप्त होता है। इसलिए ये भी पूजनीय हैं। इन्हें भी सीधे जमीन पर नहीं रखना चाहिए।