असम चुनाव: रिजल्ट आने से पहले ही कांग्रेस+AIUDF में फूट का डर, 17 प्रत्याशियों की जयपुर में 'बाड़ेबंदी'

Published : Apr 09, 2021, 03:14 PM ISTUpdated : Apr 09, 2021, 04:01 PM IST
असम चुनाव: रिजल्ट आने से पहले ही कांग्रेस+AIUDF में फूट का डर, 17 प्रत्याशियों की जयपुर में 'बाड़ेबंदी'

सार

असम में हुए विधानसभा चुनाव का रिजल्ट आने से पहले ही कांग्रेस और उसके गठबंधन दल AIUDF में फूट के आसार नजर आने लगे हैं। कांग्रेस ने 17 प्रत्याशियों को चार्टर्ड प्लेन से राजस्थान बुलाया है। इन्हें जयपुर के फेयर माउंट होटल में रखा गया है। बता दें कि असम की 126 विधानसभा सीटों के तीन चरणों में चुनाव हो चुके हैं। रिजल्ट बाकी पांचों राज्यों के साथ 2 मई को आएगा।

गुवाहाटी, असम.  यहां हुए विधानसभा चुनाव का रिजल्ट आने से पहले ही कांग्रेस और उसके गठबंधन दल AIUDF में बगावत उभरने लगी है। फूट के डर से कांग्रेस ने अपने 17 प्रत्याशियों को चार्टर्ड प्लेन से राजस्थान बुलाया है। इन्हें जयपुर के फेयर माउंट होटल में रखा गया है। कुछ प्रत्याशी AIUDF के भी हैं। कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक, हार्स ट्रेडिंग की आशंका को देखते हुए ऐसा किया गया है। ये सभी प्रत्याशी 2 मई तक जयपुर में रहेंगे। 

कांग्रेस को हॉर्स ट्रेडिंग का डर कुछ दिन दिन पहले बैठ गया था। बोडोलैंड पीपुल्स फ्रंट(BPF) के तामुलपुर उम्मीदवार रंगजा खुंगूर बासुमतरी अचानक पार्टी छोड़कर भाजपा में चले गए थे। रंगजा दो दिन से गायब थे। फिर भाजपा नेता हिमंता बिस्व सरमा ने ट्वीट करके बताया था कि बासुमतरी उनसे मिले और भाजपा में शामिल होंगे। इसके बाद वे केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर की मौजूदगी में भाजपा में आ गए थे।

इस मामले को लेकर कांग्रेस और BPF ने चुनाव आयोग से शिकायत करते हुए तामुलपुर में तीसरे चरण में हुए मतदान को टालने की गुजारिश की थी। लेकिन चुनाव के आयोग के सामने दोनों पार्टियां ऐसा कोई दस्तावेज पेश नहीं कर सकीं, जिससे साबित हो कि बासुमतरी ने भाजपा ज्वाइन कर ली है।

बता दें कि यहां की 126 विधानसभा सीटों के लिए तीन चरण में चुनाव हुए हैं। पहले चरण में 27 मार्च, दूसरे चरण में 1 अप्रैल और तीसरे चरण में 6 अप्रैल को वोटिंग हुई है।  रिजल्ट बाकी पांचों राज्यों के साथ 2 मई को आएगा। असम में भी एनडीए की सरकार है। यहां सर्बानंद सोनोवाल मुख्यमंत्री हैं। पिछली बार भाजपा ने यहां 89 सीटों पर चुनाव लड़ा था और 60 सीटें जीती थीं। यहां बहुमत के लिए 64 सीटें चाहिए।

यह भी जानें
AIUDF यानी ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट के मुखिया बदरुद्दीन अजमल हैं। असम में कुल मुस्लिम वोटर 35 फीसदी हैं। 160 में से 34 विधानसभा सीटों में मुस्लिम वोटर अधिक हैं। यहां 84 प्रतिशत तक वोटिंग हुई है। कांग्रेस के नेतृत्व वाले महागठबंधन में AIUDF, सीपीआई, सीपीएम,सीपीआई (एमएल) आंचलिक गण मोर्चा और बीपीएफ शामिल हैं।

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