केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह दो दिन के प बंगाल असम दौरे पर हैं। यहां गुवाहाटी में टाउन हॉल में उन्होंने जनसंवाद में हिस्सा लिया। इस दौरान शाह ने असम विधानसभा चुनाव में बदरुद्दीन अजमल की पार्टी से गठबंधन को लेकर कांग्रेस पर निशाना साधा।
गुवाहाटी. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह दो दिन के प बंगाल असम दौरे पर हैं। यहां गुवाहाटी में टाउन हॉल में उन्होंने जनसंवाद में हिस्सा लिया। इस दौरान शाह ने असम विधानसभा चुनाव में बदरुद्दीन अजमल की पार्टी से गठबंधन को लेकर कांग्रेस पर निशाना साधा। अमित शाह ने कहा कि आपकी गोदी में अजमल बैठा है और असम के अस्मिता की बात करते शर्म नहीं आती।
शाह ने कहा कि 20-25 सालों से हम मानते ही नहीं थे कि आंदोलन, हिंसा, घुसपैठ और आतंकवाद के बगैर असम हो सकता है।असम के अस्मिता की बात करने वाले घुसपैठ तक नहीं रोक पाए, असम की अस्मिता को क्या खाक बचाएंगे। आपकी गोदी में अजमल बैठा है और असम के अस्मिता की बात करते शर्म नहीं आत।
कांग्रेस सरकार में आई तो फिर घुसपैठ होगी- शाह
शाह ने कहा कि एनडीए गठबंधन के लिए असमिया संस्कृति का संरक्षण महत्वपूर्ण है। कांग्रेस और बदरुद्दीन अजमल असमिया संस्कृति की रक्षा नहीं कर सकते। ये लोग सत्ता में आए तो फिर से घुसपैठ होगी, जो अपने पैरों तले असम की संस्कृति को रौंदेगी।
उन्होंने कहा, असम में भाजपा और कांग्रेस व बदरुद्दीन अजमल के बीच में लड़ाई है। ये कोई ट्राई-एंगल नहीं है। कांग्रेस की गोद में ही बदरुद्दीन अजमल बैठे हैं। असम की जनता ने तय करना है कि इनमें से श्रीमंत शंकरदेव के स्वप्न को कौन पूरा कर पाएंगे।
आंदोलन मुक्त असम बना- शाह
आंदोलन मुक्त असम भी हमारा बहुत महत्वपूर्ण मुद्दा है। कितने साल आंदोलन चले, असम के युवा मारे गए, यहां का विकास ठप्प हो गया। और असम के युवाओं पर गोली चलाने वाली कांग्रेस पार्टी ही आज असम की अस्मिता की बात करती है। भाजपा ने एक विजन दिया था, जिसमें हमने असम के इंफ्रास्ट्रक्चर का जाल बुनने का काम किया। नरेन्द्र मोदी जी ने असम में 6 साल के अंदर 6 सेतु बनाने का काम किया है। 20,000 किमी से ज्यादा हमने रोड बनाई हैं। घर-घर बिजली पहुंचाई है।
'घुसपैठ हुई बंद'
गृहमंत्री ने कहा, हमने असम को घुसपैठियों से मुक्त कराने का वादा किया था। अब असम में कोई घुसपैठ करने से पहले कई बार सोचता है। इसके लिए पुलिस और सीमा सुरक्षा बल की मुस्तैदी बढ़ाई है। काजीरंगा को घुसपैठियों से मुक्त किया है, इससे असम में गैंडों का शिकार बंद हो गया है।