सेमीकंडक्टर की कमी की वजह से बीते वर्ष की तुलना में इस वर्ष अगस्त में ऑटोमोबाइल थोक बिक्री में 11 फीसदी की गिरावट आई है। ‘चिप’ की कमी के साथ-साथ कच्चे माल की बढ़ी कीमतें भी इस उद्योग को लगातार चुनौती दे रही है।
ऑटो सेक्टर । ऑटोमोबाइल उद्योग में सेमीकंडक्टर की भारी कमी हो गई है, इससे व्हीकल्स का प्रोडक्शन प्रभावित हुआ है। सोसाइटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स (SIAM) ने शुक्रवार को इस क्राइसिस को लेकर औपचारिक जानकारी दी है।
सेल में 11 फीसदी की गिरावट
सियाम की जानकारी के मुताबिक सेमीकंडक्टर की कमी की वजह से बीते वर्ष की तुलना में इस वर्ष अगस्त में ऑटोमोबाइल थोक बिक्री में 11 परसेंट की गिरावट आई है। सियाम की दी गई जानकारी के मुताबिक कमर्शियल व्हीकल को छोड़कर सभी ग्रेड में अगस्त 2021 के दौरान कुल थोक बिक्री घटकर 15,86,873 यूनिट रह गई, जो अगस्त 2020 में 17,90,115 यूनिट थी।
SIAM ने जारी किए आंकड़े
SIAM के नवीनतम आंकड़ों पर गौर किया जाए तो ओरिजिनल इक्वीपमेंट्स मैन्युफैक्चरर (OEM) से डीलरों को भेजे गए टूव्हीलर में बीते महीने के दौरान गिरावट देखी गई है। वहीं यात्री वाहन और तिपहिया वाहनों की डिलेवरी में अगस्त 2021 के दौरान बीते वर्ष के इसी महीने की तुलना में अपेक्षाकृत तेजी आई है। OEM से डीलरों तक टूव्हीलर व्हीकल्स की डिलेवरी अगस्त 2021 में 15 परसेंट घटकर 13,31,436 यूनिट रह गई, जो एक साल पहले इसी महीने में 15,59,665 यूनिट थी।
ऑटोमोबाइल के प्रोडक्शन पर बड़ा असर
व्हीकल्स की बिक्री में भारी गिरावट के बाद सियाम के महानिदेशक राजेश मेनन ने कहा कि इंडियन ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री में प्रोडक्शन पर तेजी से असर हुआ है। मेनन ने कहा कि ‘चिप’ की कमी के साथ-साथ कच्चे माल की बढ़ी कीमतें भी इस उद्योग को लगातार चुनौती दे रहीं हैं। बता दें कि ऑटो सेक्टर में इलेक्ट्रानिक डिवाइस का उपयोग बढ़ा है, सेमी कंडक्टर की कमी से अब ऑटोमोबाइल के प्रोडक्शन पर लगातार असर पड़ रहा है।