मारुति सुजुकी अपनी नई कार भारतीय बाजार में उतारने की तैयारी में है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह नई गाड़ी सुजुकी हसलर होगी। कंपनी ने भारत में हसलर का परीक्षण शुरू कर दिया है। हाल ही में हुई टेस्टिंग के दौरान इसे देखा गया।
मारुति सुजुकी अपनी नई कार भारतीय बाजार में उतारने की तैयारी में है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह नई गाड़ी सुजुकी हसलर होगी। कंपनी ने भारत में हसलर का परीक्षण शुरू कर दिया है। हाल ही में हुई टेस्टिंग के दौरान इसे देखा गया। सुजुकी हसलर एक माइक्रो एसयूवी है। यह जापान में केई कारों की श्रेणी में आती है। जापानी छोटी कारों के लिए जाना जाने वाला सेगमेंट केई कारों का है।
परीक्षण के दौरान दिखी सुजुकी हसलर हल्के सफेद सिल्वर शेड में ड्यूल टोन इफेक्ट और गहरे भूरे रंग की छत के साथ थी। इसमें एक बड़ा ग्लास एरिया और एक बॉक्सी सिल्हूट है। परीक्षण के दौरान कंपनी ने इसके लोगो और हसलर ब्रांडिंग को ढँका हुआ था। व्हील सेंटर हब कैप को भी हटा दिया गया था। रूफ रेल्स, बॉडी क्लैडिंग सहित कई क्रॉसओवर तत्व सुजुकी हसलर में हैं। इसकी आगे की तरफ ढलान वाली और मुड़ी हुई बोनट है। यह पूरी तरह से बॉक्सी है। रिपोर्ट्स की मानें तो यह हार्टेक्ट प्लेटफॉर्म पर आधारित हो सकती है।
सुजुकी हसलर एक टॉलबॉय वाहन है। अगर सुजुकी इसे भारत में लॉन्च करने की योजना बनाती है, तो हसलर का लंबा भारतीय संस्करण होगा। यह उसी तरह है जैसे हुंडई ने कोरिया-स्पेक कैस्पर पर आधारित भारतीय स्पेक एक्सटर को पेश किया था। सुजुकी हसलर अगर भारतीय बाजार में उतारी जाती है तो इसका मुकाबला सीधे तौर पर टाटा पंच से होगा।
सुजुकी हसलर क्या है
2014 में वैश्विक बाजार में लॉन्च की गई, सुजुकी हसलर एक बॉक्सी टॉल बॉय डिज़ाइन वाली एक माइक्रो एसयूवी है। यह मारुति सुजुकी एस-प्रेसो से छोटी है। सुजुकी हसलर की लंबाई 3,300 मिमी, व्हीलबेस 2,400 मिमी और चौड़ाई 1,475 मिमी है। इस हिसाब से यह मारुति सुजुकी ऑल्टो के10 या एमजी कॉमेट ईवी के सेगमेंट में आती है।
माइक्रो एसयूवी को एक व्यावहारिक सिटी कार के रूप में डिज़ाइन और विकसित किया गया है। यह शहर और उसके आसपास यात्रा करने और भीड़भाड़ वाले शहर के यातायात की स्थिति के लिए उपयुक्त है। 660 सीसी पेट्रोल इंजन सुजुकी हसलर को शक्ति प्रदान करता है। यह इंजन नैचुरली एस्पिरेटेड और टर्बोचार्ज्ड दोनों रूपों में उपलब्ध है। नैचुरली एस्पिरेटेड रूप में, इंजन 48 बीएचपी की पावर और टर्बोचार्ज्ड गाइस में 64 बीएचपी का उत्पादन कर सकता है। ट्रांसमिशन के लिए, हसलर को एक सीवीटी मिलता है, जबकि मैनुअल गियरबॉक्स ऑफर पर नहीं है। सुजुकी इस कार के लिए AWD सेटअप भी देती है।
इस बीच, मारुति सुजुकी वर्तमान में यूटिलिटी व्हीकल सेगमेंट पर अधिक ध्यान केंद्रित कर रही है। कंपनी ने पहले ही इस सेगमेंट पर जोर देने की अपनी योजना का खुलासा किया है, खासकर ब्रेज़ा, फ्रोंक्स और ग्रैंड विटारा जैसे मॉडलों की सफलता के बाद। मारुति क्रॉसओवर, एसयूवी और एमपीवी जैसे यूटिलिटी वाहनों के प्रति अपनी योजनाओं को मजबूत कर रही है क्योंकि भारतीय कार खरीदारों का एक बड़ा वर्ग छोटी हैचबैक के लिए मारुति के पारंपरिक मॉडल से दूर जा रहा है। ऐसे में सुजुकी हसलर का भारत में सड़क परीक्षण एक दिलचस्प घटनाक्रम है।