
ABS System in Bikes: परिवहन मंत्रालय ने 1 जनवरी से सभी टू व्हीलर्स गाड़ियों में एंटी लॉक ब्रेकिंग सिस्टम (ABS) को लागू करना जरूरी कर दिया है। सड़क परिवहन मंत्रालय की अधिसूचना के मुताबिक, किसी भी कंपनी की इंजन क्षमता वाली बाइक में यह सिस्टम अनिवार्य हो गया है। मिनिस्टर का कहना है कि यह फैसला दोपहिया वाहन चलाने वाले लोगों की सेफ्टी बढ़ाने के लिए है। ABS का उद्देश्य अचानक गाड़ी का ब्रेक लगने के दौरान व्हील्स को लॉक होने से रोकना है।
सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय (MoRTH) के द्वारा जारी नोटिफिकेशन में कहा गया कि ऑटोमैकर्स L2 कैटेगरी के 2 व्हीलर्स में ABS देना होगा। शुरुआत में यह नियम 125cc इंजन और ज्यादा कैपेसिटी वाले टू व्हीलर्स के लिए जरूरी है। हालांकि, 50cc मोटर और 50 kmph से कम की टॉप स्पीड वाली इलेक्ट्रिक व्हीकल को ऑफर दी गई है।
इसके अलावा हर दोपहिया वाहनों के साथ डीलर को 2 BIS सर्टिफाइड हेलमेट (1 राइडर और एक पीछे बैठने वाले के लिए) भी देने होंगे। गवर्नमेंट के द्वारा यह सिस्टम अनिवार्य करने का उद्देश्य मोटरसाइकिल और स्कूटर से होने वाले एक्सीडेंट को कम करना है। देश में हरेक वर्ष लाखों लोगों की जान दोपहिया वाहन एक्सीडेंट में जाती है।
सभी टू व्हीलर्स में ABS सिस्टम आने की बाद प्राइस में भी बढ़ोतरी होने की संभावना है। एक्सपर्ट्स की मानें, तो न्यू रुल से 125cc से छोटे इंजन वाले टू व्हीलर्स की लागत 3 से 10 हजार रुपए तक बढ़ सकती है। इसके पीछे मैन्युफैक्चर्स को ड्रम ब्रेक की जगह डिस्क ब्रेक लगाना है। प्राइमस पार्टनर के उपाध्यक्ष निखिल ढाका के अनुसार, एंटी लॉक ब्रेकिंग सिस्टम अनिवार्य करने से कंपनियों को प्रोजेक्ट डिजाइन और मैन्युफैक्चरिंग दोनों में बड़े बदलाव होंगे। ऐसे में इन गाड़ियों में 10 हजार रुपए तक बढ़ सकती है।