
ABS Safety Feature in Bikes: आज के समय में सड़कों पर खुलकर बाइक चलाना आसान काम नहीं है। कई बार हेवी ट्रैफिक और खराब रोड एक्सीडेंट का कारण बन जाता है। थोड़ी सी लापरवाही जान जोखिम में डालने वाली होती है। ऐसे में यदि टू व्हीलर्स में एंटी लॉक ब्रेकिंग सिस्टम (ABS) हो, तो गाड़ी चलाते समय दुर्घटना होने की संभावना कम हो सकता है। यह एक तरह का सुरक्षा कवच है, जो आपके लिए बेस्ट साबित हो सकता है। चलिए इस खास यंत्र के बारे में जानते हैं।
एंटी लॉक ब्रेकिंग सिस्टम (ABS) एक स्मार्ट टेक्निक है, जिससे यदि आप बाइक चलाते समय ब्रेक लगाएंगे तो टायर लॉक नहीं होगी। आप जब तेज गति में अचानक से ब्रेक लगाते हैं तो बिना ABS वाली गाड़ी के पहिए जाम हो जाते हैं और बाइक के स्किड करने की संभावना बढ़ जाती है। यही कारण है कि ज्यादातर दुर्घटना बाइक फिसलने से ही होती है। लेकिन ABS तकनीक लगाने पर बाइक पहिए घूमते रहेंगे और उसका संतुलन नहीं बिगड़ेगा।
भारतीय सड़कों पर हर वर्ष भारी संख्या में लोगों की जान बाइक दुर्घटना में जाती है। इसके अलावा कई खुशकिस्मत से बच जाते हैं, लेकिन उन्हें गंभीर रूप से घायल होना पड़ता है। बाइक हादसे के पीछे राइडर्स का संतुलन सही से न हो पाना एक बड़ी वजह है। ऐसे में ABS सिस्टम इस दुर्घटना को काफी हद तक कम कर सकता है। इंडियन गवर्नमेंट के द्वारा अगले साल 2026 से सभी बाइक्स में एंटी लॉक ब्रेकिंग सिस्टम लगाने की सलाह दे दी है। अब कंपनियों को अपनी नई बाईकों में यह यंत्र लगाना ही होगा। इसके बाद राइडर्स को भी अच्छा महसूस होगा।
बाइक में लगाया जाने वाला एंटी लॉक ब्रेकिंग सिस्टम यानी ABS खासतौर पर फिसलने वाली सड़कों और सामने से आने वाली गाड़ियों की स्थिति में काफी हेल्प करेगा। इससे समय रहते ही राइडर्स अपनी बाइक को कंट्रोल में कर सकते हैं। वर्तमान में कई कम्पनियां सिंगल चैनल और डुअल चैनल ABS बाइक सेल कर रही हैं। डुअल चैनल ABS का काम दोनों पहियों पर काम करना है, जो ज्यादा सेफ माना जाता है। आप नई बाइक लेने जा रहे हैं, तो ABS सिस्टम वाली गाड़ी ही खरीदने का प्लान करें। यह आपको सुरक्षित यात्रा करवाएगा।