
Safety Driving Tips in Monsoon: भारत का मानसून की शुरुआत हो चुकी है। हर जगहों पर जहां देखो पानी ही पानी भरा हुआ है। ऐसे में यदि आपके पास गाड़ी है, तो यह जानना बेहद आवश्यक हो जाता है कि इस बरसात के मौसम में ड्राइव करते वक्त किन सावधानियों को ध्यान में रखने की जरूरत होती है। रोड पर जब जलजमाव होता है तो वहां से निकलना किसी भी वाहन के लिए सेफ नहीं है। लेकिन, कई बार मजबूरी हो जाती है जिसके कारण पानी में घुसकर भी जाना पड़ जाता है। इन सभी चीजों को लेकर हम आपको कुछ टिप्स देते हैं। आईए जानते हैं कि कैसे बारिश के समय में सेफ ड्राइव कर सकते हैं।
यदि वॉटर लॉगिंग ज्यादा हो जाए तो किसी भी स्थिति में इंजन को बंद न होने दें। ऐसी स्थिति में एग्जास्ट सिस्टम में पानी भर जाने की संभावना ज्यादा बढ़ जाती है। इसके अलावा गाड़ी को निचले गियर एक या दो में चलाएं। यदि कीचड़ में गाड़ी बंद हो जाए, तो जबरदस्ती इंजन को चालू करने का प्रयास न करें। इससे आपके वाहन को नुकसान हो सकता है।
वैसे तो मानसून के मौसम आने से पहले ही आपको कार में वाइपर के नए सेट लगाने की जरूरत होती है। लेकिन, आप अभी तक नहीं कर पाए हैं तो यह जल्द करवाएं। वॉशर फ्लूड को भी टॉप अप करवाना न भूलें। कार के टायरों में 30 से 40 प्रतिशत लाइफ रहनी जरूरी है। यदि नहीं है तो टायर को चेंज करवाएं, अन्यथा गंजे टायरों को गीली सतह पर पकड़ बनाना मुश्किल होता है।
सड़कों पर कई लोग बरसात के मौसम में भी तेज गाड़ी चलाते हैं। लेकिन, आप ऐसी भूल न करें। आम दिनों के मुकाबले में बारिश के दिनों में आप केवल 20 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड से ही गाड़ी चलाएं। इससे गाड़ी को स्लिप होने से बचाया जा सकता है। बारिश में ब्रेक का पॉवर भी कई बार कम हो जाता है। ऐसे में कम रफ्तार से खतरा न के बराबर होता है।
बारिश के दिनों में चलती हुई कार में हेजार्ड लाइट्स का इस्तेमाल करने से बचें। यह इसलिए होता है क्योंकि आप किस दिशा में टर्न लेंगे, इससे पीछे वाले कार के ड्राइवरों को अंदाजा मिलना मुश्किल हो सकता है। यदि बारिश ज्यादा हो रही है और कार चलाना आसान नहीं बन रहा, तो ऐसे में बाईं तरफ गाड़ी को खड़ी कर दीजिए। उस समय हेजार्ड लाइट्स को ऑन करके रखें।
नियम के अनुसार, कभी भी कार ओवरलोड करके नहीं चलानी चाहिए। खासतौर पर मानसून के समय में तो ऐसी भूल गलती से भी न करें। ऐसा इसलिए क्योंकि बारिश के समय में भींगी सड़कों पर ज्यादा लोड देकर गाड़ी चलाने से संतुलन बिगड़ने का खतरा होता है। इसके साथ ही स्किड होने पर स्लिप होने की संभावना बढ़ जाती है।