मारुति सुजुकी इंडिया भविष्य में घरेलू यात्री वाहन सेगमेंट में अपना दबदबा बनाए रखने के लिए तेजी से बढ़ते एसयूवी क्षेत्र में अपनी उपस्थिति बढ़ाने पर विचार कर रही है। घरेलू यात्री वाहन सेगमेंट में कंपनी की बाजार हिस्सेदारी पिछले साल के 48 प्रतिशत से घटकर इस साल 45 प्रतिशत रह गई है।
ऑटो डेस्क। पीवी सेगमेंट में अपनी हिस्सेदारी बनाए रखने के लिए मारुति सुजुकी एसयूवी लाइन-अप को मजबूत करेगी। कंपनी के स्पोकपर्सन ने कहा कि इस साल मारुति की कुल बाजार हिस्सेदारी में कमी आई है क्योंकि एसयूवी सेगमेंट बहुत तेजी से बढ़ा है।
3 फीसदी घटी बिक्री
कंपनी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने पीटीआई-भाषा को बताया कि मारुति सुजुकी इंडिया भविष्य में घरेलू यात्री वाहन सेगमेंट में अपना दबदबा बनाए रखने के लिए तेजी से बढ़ते एसयूवी क्षेत्र में अपनी उपस्थिति बढ़ाने पर विचार कर रही है। घरेलू यात्री वाहन सेगमेंट में कंपनी की बाजार हिस्सेदारी पिछले साल के 48 प्रतिशत से घटकर इस साल 45 प्रतिशत रह गई है।
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एसयूवी के कॉम्पीटिशन मारूती हुई पीछे
इस प्रकार, यह अब पिछले कुछ वर्षों में एसयूवी के क्षेत्र में उभरे विभिन्न सब सेगमेंट में अंतराल को भरने की कोशिश कर रहा है। गैर-एसयूवी सेगमेंट में, कंपनी की बाजार हिस्सेदारी पिछले पांच वर्षों में बढ़ रही है, लेकिन कुछ एसयूवी सब-सेगमेंट में, यह कॉम्पीटिशन से पीछे है। मारुति सुजुकी के सीनियर एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर (मार्केटिंग एंड सेल्स) शशांक श्रीवास्तव ने कहा, 'इसलिए हम अपने एसयूवी पोर्टफोलियो को मजबूत करना चाहते हैं।
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एसयूवी सेगमेंट में 46 ब्रांड
फिलहाल ऑटो इंडस्ट्री के एसयूवी सेगमेंट में 46 ब्रांड हैं और मारुति के पास इनमें से दो मॉडल हैं- ब्रेजा और एस-क्रॉस। श्रीवास्तव ने कहा, "इसका मतलब है कि हमारे पोर्टफोलियो को मजबूत करने की जरूरत है और हम आगे भी यही करने की उम्मीद करते हैं।"
20 वर्षो से बेस्ट सेलिंग कंपनी
उन्होंने कहा कि प्रतिस्पर्धा में वृद्धि के बावजूद मारुति पिछले 20 वर्षों से पीवी सेगमेंट में हावी रही है। हालांकि, इस साल मारुति की कुल बाजार हिस्सेदारी में कमी आई है क्योंकि एसयूवी सेगमेंट काफी तेजी से बढ़ा है। उन्होंने कहा, "आज, यह उद्योग का 38 प्रतिशत है जबकि पिछले साल यह 32 प्रतिशत था। इसलिए, जाहिर तौर पर इसका हम पर प्रभाव पड़ता है।"
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श्रीवास्तव ने आगे कहा कि एसयूवी स्पेस में विभिन्न सब-सेगमेंट उभरे हैं जो तेज गति से बढ़ रहे हैं जैसे लाइफस्टाइल सेगमेंट, एंट्री एसयूवी, मिड-साइज एसयूवी और हाई-एंड एसयूवी कैटेगरी। उन्होंने कहा, "Sub-segments उभरे हैं और प्रत्येक सैगमेंट अब रुचि लेने के लिए काफी स्कोप है, प्रीमियम एसयूवी को छोड़कर, जो कि बाजार के एक प्रतिशत से भी कम है।"
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