
वर्तमान में डीजल गाड़ियों में यूरिया डालने की खबर आपने कहीं न कहीं जरूर सुनी होगी। अब आपके मन में यह आया होगा, कि क्या यह वही यूरिया है जिसका इस्तेमाल किसानों द्वारा खेतों में किया जाता है। लेकिन, यह ऐसा बिल्कुल भी नहीं है। जी हां, डीजल वेरिएंट वाली कारों में यूज की जाने वाली यूरिया अलग प्रकार का होता है। कई लोग इसमें भी कंफ्यूज होते हैं, कि आखिर यूरिया का डीजल कारों से क्या कनेक्शन है? चलिए आज हम आपको बताते हैं, कि इसका इस्तेमाल क्यों किया जाता है और किस तरह से यह काम करता है।
डीजल कारों में क्यों भरवाया जाता है यूरिया?
वैसे हम सभी यह जानते हैं, कि डीजल इंजन से निकलने वाला धुआं स्वास्थ्य के लिए बेहद ही खतरनाक है। इसे लेकर सरकार ने कई नियम भी बना रखे हैं। डीजल गाड़ियों से निकलने वाले धुएं में नाइट्रोजन ऑक्साइड पाया जाता है। वायुमंडल के लिए यह गैस बेहद ही हानिकारक है, क्योंकि पूरे वातावरण को प्रदूषित करती है। इतना ही नहीं, इसका प्रभाव मनुष्य के ऊपर भी पड़ता है। इसी को कम करने के लिए डीजल वाली गाड़ियों में Selective Catalic Reduction (SCR) टेक्नीक का यूज होता है। इसमें यूरिया का सबसे बड़ा काम होता है।
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डीजल गाड़ियों में इस्तेमाल होने वाली Selective Catalic Reduction एक तरह का एक्जॉस्ट सिस्टम होता है। इसका काम डीजल इंजन से निकलने वाले खतरनाक धुएं (नाइट्रोजन ऑक्साइड) को कंट्रोल करना है। इसके अंदर AdBlue या DEF डाला जाता है, जिससे 32.5 प्रतिशत और 67.5 प्रतिशत Distiled पानी से बनाया गया होता है। इसके बाद जब गाड़ी चलती है, तब उस स्थिति में एग्जॉस्ट से गैस बाहर निकलती है। ऐसी स्थिति में यह यूरिया उस गैस के साथ मिल जाती है और हानिकारक धुएं (नाइट्रोजन ऑक्साइड) को Non Harmful Gas में बदलने का काम करता है।
अगर आपके पास भी डीजल गाड़ियों है और आप उसमें यूरिया भरवाना चाहते हैं, तो AdBlue का प्राइस 50 से 70 रुपए प्रति लीटर होती है। इसे आपको अपनी कार में हरेक 7 हजार-10हजार km में डलवाना पड़ता है। एक टैंक पर वैसे 10-20 लीटर तक यूरिया आ जाता है। इससे आपकी गाड़ी प्रदूषण वाली नहीं कहलाएगी। इसके साथ ही, पर्यावण की सुरक्षा में आपका बड़ा हाथ रहेगा।
आपने जिस डीजल कार को खरीदा है उसमें CSR टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया गया है, तो उसमें आपको यूरिया भरवाना जरूरी होता है। एक बार यह खत्म हुआ, तो फिर आपकी कार स्टार्ट नहीं होगी। इतना ही नहीं, गाड़ी के परफॉर्मेंस पर भी इसका असर होता है। इसके अलावा इंजन अलर्ट लाइट ऑन हो जाएगी। ऐसे में समय-समय पर यूरिया भरवाना आवश्यक हो जाता है।
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