साल 2014 में राजनीति में आए और 2015 में महुआ से विधायक बने तेज प्रताप के सामने भी चुनौती थी। इस बार वह अपने पिता लालू प्रसाद यादव की गैर मौजूदगी में जहां चुनाव लड़ रहे थे, वहीं अपनी जीती हुई सीट महुआ को छोड़कर हसनपुर से चुनाव लड़े और जीत दर्ज किए।
पटना (Bihar ) । बिहार के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री और आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव (Tej Pratap Yadav) इस बार हसनपुर (Hasanpur) सीट से चुनाव जीत गए हैं। उनका मुकाबला जेडीयू के विधायक राजकुमार राय (JDU MLA Rajkumar Rai) से था, जो पिछले 10 साल का इस सीट से विधायक थे।
तेज प्रताप के सामने थी ये चुनौती
साल 2014 में राजनीति में आए और 2015 में महुआ से विधायक बने तेज प्रताप के सामने भी चुनौती थी। इस बार वह अपने पिता लालू प्रसाद यादव की गैर मौजूदगी में जहां चुनाव लड़ रहे थे, वहीं अपनी जीती हुई सीट महुआ को छोड़कर हसनपुर से चुनाव लड़े और जीत दर्ज किए।
तेज प्रताप के पास है इतनी दौलत
साल 2015 में महुआ से पहली बार विधायक बने तेज प्रताप यादव के पास उस समय 2 करोड़ रुपए 97 हजार 699 रुपए की संपत्ति थी, जो इस बार बढ़कर 2 करोड़ 83 लाख रुपए हो गई है। मतलब उनकी संपत्ति 5 साल में 82 लाख 2 हजार 301 रुपए ही बढ़ी है। उनके पास दो गाड़ियां हैं। एक है सीबीआर 1000आरआर बाइक, जो 15.46 लाख रुपए की है। दूसरी है 29.43 लाख रुपए की बीएमडब्ल्यू। हालांकि उनके ऊपर 33 लाख रुपए का ऋण भी है।
पत्नी से चल रहा तलाक का मामला
बताते चले कि तेज प्रताप यादव की शादी 12 मई 2018 को चंद्रिका राय की बेटी ऐश्वर्या से हुई थी। ऐश्वर्या बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री दारोगा प्रसाद राय की पोती हैं। चंद्रिका राय सारण जिले की परसा सीट से 8 बार के विधायक रहे हैं। लेकिन, इस समय दोनों के बीत तलाक का मामला कोर्ट में लंबित है। तेज प्रताप पर पिछले चुनाव के समय सिर्फ एक ही मामला दर्ज था। लेकिन, इस बार उन्होंने अपने ऊपर 5 मामले दर्ज बताए हैं। इनमें से पहला मामला डिजास्टर मैनेजमेंट एक्ट और दूसरा मामला एपिडेमिक डिसीज के वॉयलेशन का है। एक मामला आर्म्स एक्ट का चल रहा है। बाकी बचे दो मामलों में से एक तो उनका तलाक का है। इसमें एक मामला डोमेस्टिक वॉयलेंस यानी घरेलू हिंसा का भी है।