चीन परदे के पीछे रहते हुए यह काम करना चाहता है। माना जा रहा है कि वह ऐसा इसलिए कर रहा है कि बिहार में उसके सीधे घुसपैठ की कोई गुंजाइश नहीं है। इसलिए वह नेपाल के उन नेताओं और संस्थानों की मदद ले सकता है, जो चीन के प्रति पहले से झुकाव रखते हों और उनके जरिए शराब, हथियार सहित रुपए भी पहुंचा सकता है।
पटना (Bihar) । बिहार में विधानसभा चुनाव (Bihar Assembly Election) की तैयारियों को देखते हुए बार्डर इलाकों में विशेष सुरक्षा के इंतजाम किए जा रहे हैं। इसे लेकर मीटिंग भी हो रही है। इसी बीत खबर यह भी आ रही है कि बिहार में चीन अपनी पैठ बनाना चाहता है। इसके लिए वह नेपाल के जरिए बिहार विधानसभा चुनाव में खलल डालने की कोशिश कर सकता है। जिसे रोकने के लिए बीसीसी मतलब सीमा समन्वय समिति ( (Border Coordination Committee) को गठित कर दी गई है, जिसने अपना काम भी शुरू कर दिया है।
परदे के पीछे से ये काम करना चाहता है चीन
चीन परदे के पीछे रहते हुए यह काम करना चाहता है। माना जा रहा है कि वह ऐसा इसलिए कर रहा है कि बिहार में उसके सीधे घुसपैठ की कोई गुंजाइश नहीं है। इसलिए वह नेपाल के उन नेताओं और संस्थानों की मदद ले सकता है, जो चीन के प्रति पहले से झुकाव रखते हों और उनके जरिए शराब, हथियार सहित रुपए भी पहुंचा सकता है।
रोज सरकार को देंगे रिपोर्ट
बिहार में नेपाल की सीमा से पश्चिमी चंपारण, पूर्वी चंपारण, मधुबनी, सीतामढ़ी, अररिया, मुजफ्फरपुर जैसे जिलों में पुलिस अफसरों को तैनात किया गया है। इन सीमावर्ती गांवों में उन विषयों की जांच करेंगे, जिनके बारे में उन्हें उच्चाधिकारियों द्वारा आदेश दिया गया है। वह उच्चाधिकारियों के माध्यम से हर दिन सरकार को रिपोर्ट देंगे, ताकि आवश्यकता पड़ने पर प्रभावी कार्रवाई की जा सके।
यूपी पुलिस भी रखेंगी निगरानी
बिहार चुनाव में यूपी पुलिस भी बार्डर पर निगरानी रखेगी। इसके लिए दो दिन पहले ही बिहार के अधिकारियों के साथ मीटिंग हुई थी। जिसमें निर्देश दिया गया कि अपराधियों व तस्करों पर प्रभावी कार्रवाई करें। बिहार से यूपी में आने व जाने वालों पर पैनी नजर रखी जाएगी। सीमा से सटे क्षेत्र में अधिक सतर्क होने की आवश्यकता है। किसी भी परिस्थिति में असामाजिक तत्वों की गतिविधि नहीं होनी चाहिए।
कई स्थानों से लोगों का है नेपाल से आना-जाना
मुजफ्फरपुर आईजी गणेश कुमार ने कहा है कि नेपाल की सीमा कई जगहों पर खुली हुई है। जहां से लोगों का आना-जाना लगा रहता है। चुनाव आने वाले हैं इसलिए ऐसी खुली सीमाओं पर निगरानी बढ़ा दी गई है। सीमाई थानों को अलर्ट मोड पर रहने को कहा गया है।
(प्रतीकात्मक फोटो)