बिहार चुनाव: LJP में असंतोष, 143 सीटों पर चुनाव लड़ने की चर्चा; NDA-कांग्रेस दोनों के संपर्क में कुशवाहा

नोटीफिकेशन जारी होने में कुछ ही दिन हैं, मगर अभी तक राज्य के दोनों बड़े गठबंधनों में सीटों के समझौते की तस्वीर साफ नहीं हो पाई है। उधर, चर्चाएं ऐसी भी हैं कि एलजेपी (LJP) अभी भी 143 सीटों पर चुनाव लड़ने पर अड़ा है। 

Asianet News Hindi | Published : Sep 28, 2020 5:57 AM IST

पटना। बिहार में चुनाव आयोग (EC) ने तीन चरणों में 243 विधानसभा सीटों पर चुनाव (Bihar Assembly Elections) की घोषणा कर दी है। पहले चरण के चुनाव के लिए 1 अक्तूबर को आयोग की ओर से नोटीफिकेशन जारी किए जाएंगे। इसके बाद पहले चरण में प्रत्याशी नामांकन करने लगेंगे। नोटीफिकेशन जारी होने में कुछ ही दिन हैं, मगर अभी तक राज्य के दोनों बड़े गठबंधनों में सीटों के समझौते की तस्वीर साफ नहीं हो पाई है। उधर, चर्चाएं ऐसी भी हैं कि एलजेपी (LJP) अभी भी 143 सीटों पर चुनाव लड़ने पर अड़ा है। 

इससे पहले जो फॉर्मूला सामने आया था उसमें कहा जा रहा था कि जेडीयू-बीजेपी (JDU-BJP) के बीच बराबर की सीटों का बंटवारा हुआ है और बीजेपी अपने खाते 121 में से एलजेपी को करीब 30 या उससे ज्यादा सीटें दे सकती हैं। लेकिन एलजेपी की ओर से अभी भी 143 सीटों पर उम्मीदवार उतारने की बातें सामने आ रही हैं। बताया जा रहा है कि ये वो सीटें हैं जहां बीजेपी के उम्मीदवार मैदान में नहीं होंगे। एलजेपी की नाराजगी जेडीयू और नीतीश कुमार (Nitish Kumar) से है। 

चार सांसदों की राय चिराग से अलग 
यह भी समाने आ रहा है कि एलजेपी के एनडीए से अलग होने की बात पर पार्टी के अंदर भी दो गुट बन चुके हैं। पार्टी के लोकसभा में छह सांसद हैं। इसमें चिराग (Chirag Paswan) के चाचा पशुपति पारस (Pashupati Paras) समेत चार सांसद एनडीए (NDA) से अलग होने के पक्ष में नहीं हैं। पिता रामविलास पासवान (Ram Vilas Paswan) की खराब तबीयत की वजह से चिराग अभी भी दिल्ली में ही हैं। उधर, चिराग के पक्ष में अब बीजेपी के नेता भी खुलकर बोलने लगे हैं। केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह (Giriraj Singh) ने एक दिन पहले चिराग को एनडीए का भरोसेमंद हितैषी करार दिया था। चिराग पहले ही बिहार चुनाव के संदर्भ में हमेशा बीजेपी के फैसले के साथ रहने की सहमति जता चुके हैं। माना जा रहा है कि एक या दो दिन में चिराग अपने पत्ते खोल सकते हैं। 

कुशवाहा ने दिल्ली में डाला डेरा 
उधर, महागठबंधन से अलग बताए जा रहे आरएलएसपी (RLSP) चीफ उपेंद्र कुशवाहा (Upendra Kushwaha) ने इस वक्त दिल्ली में डेरा दिया है। मजेदार यह है कि कुशवाहा अभी भी एनडीए नेताओं के साथ-साथ कांग्रेस (Congress) के संपर्क में भी हैं। उनके एनडीए में आने की चर्चा हैं। कहा जा रहा है कि उनकी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से लंबी बातचीत हुई भी है। एनडीए में कुशवाहा को 5 विधानसभा सीटें देने की बात चल रही हैं। चर्चा यह भी है कि बिहार में वाल्मीकि नगर लोकसभा उपचुनाव के लिए कुशवाहा को उम्मीदवार भी बनाया जा सकता है। ये सीट जेडीयू के पास थी। कुशवाहा के आज वापस बिहार लौटने की चर्चा है। 

वामदलों की चांदी, कांग्रेस अभी भी नाराज  
महागठबंधन (Mahagathbandhan) से बाहर जाने की स्थिति में बिहार में वामदलों की चांदी हो गई है। कुशवाहा के हिस्से की सीटें वामदलों के खाते में चली जाएंगी। महागठबंधन में इस बार सबसे ज्यादा 145 से 150 सीटों पर आरजेडी (RJD) के लड़ने की चर्चा है। कांग्रेस के खाते में 65 से ज्यादा सीटें हैं। हालांकि पार्टी ने और ज्यादा सीटों की मांग अभी नहीं छोड़ी है। मुकेश साहनी (Mukesh Sahani) की वीआईपी (VIP) को 5 से 8 सीटें बाकी सीटें वामदलों को देने की चर्चा है। 

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