बिहार पूर्व सीएम सतीश प्रसाद सिंह का निधन, कोरोना से थे संक्रमित, 5 दिन के लिए बने थे मुख्यमंत्री

सतीश प्रसाद सिंह भी कटलेज के स्टूडेंट थे। पढ़ाई के बाद राजनीति में आए पूर्व सीएम पहली बार परबत्ता विधान सभा से विधायक बने थे। उसके बाद विधानसभा का चुनाव कभी नहीं जीते। उनकी पुत्री सुचित्रा सिंहा समाजवादी नेता स्व जगदेव प्रसाद की पुत्रवधु और पूर्व केन्द्रीय मंत्री नागमणि की पत्नी रही हैं।
 

Asianet News Hindi | Published : Nov 2, 2020 9:55 AM IST / Updated: Nov 02 2020, 03:47 PM IST

पटना (Bihar ) । बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री सतीश प्रसाद सिंह (Satish Prasad Singh)का आज निधन हो गया। वे कोरोना से संक्रमित थे। जिनका उपचार दिल्ली के एम्स में चल रहा था। बता दें कि सतीश प्रसाद सिंह के ही नाम बिहार के सबसे काम समय के मुख्यमंत्री रहने का रिकॉर्ड है। वे साल 1968 में मात्र पांच दिनों के लिए मुख्यमंत्री बने थे।

एक बार बने थे विधायक
1 जनवरी 1931 को मुंगेर में सतीश प्रसाद सिंह जन्म हुआ था। वो टीएनबी कॉलेज से पढ़ाई किए थे। पढ़ाई के बाद राजनीति में आए पूर्व सीएम पहली बार परबत्ता विधान सभा से विधायक बने थे। उसके बाद विधानसभा का चुनाव कभी नहीं जीते। उनकी पुत्री सुचित्रा सिंहा समाजवादी नेता स्व जगदेव प्रसाद की पुत्रवधु और पूर्व केन्द्रीय मंत्री नागमणि की पत्नी रही हैं।

Latest Videos

ऐसे बने थे सीएम
साल 1967 में हुए चौथे विधानसभा चुनाव में कांग्रेस बहुमत हासिल नहीं कर सकी थी। इसके कारण बिहार में पहली गैर-कांग्रेसी सरकार बनी। तब जनक्रांति दल में रहे महामाया प्रसाद सिन्हा को पहला गैर-कांग्रेसी मुख्यमंत्री बनाया गया था, लेकिन 330 दिनों तक सत्ता संभालने के बाद उन्हें कुर्सी छोड़नी पड़ी। इसके बाद सतीश प्रसाद सिंह मुख्यमंत्री बनाए गए। मगर, वह भी पांच दिन में हटा दिए गए। बाद में बीपी मंडल को मुख्यमंत्री की शपथ दिलाई गई मगर वे भी महज 31 दिन ही सीएम की कुर्सी संभाल सके।
 

Share this article
click me!

Latest Videos

कौन है संजय शिदें? बदलापुर कांड के आरोपी को दी मौत, दाऊद के भाई को किया था अरेस्ट । Badlapur
कौन थी महालक्ष्मीः हेमंत से शादी-अशरफ से दोस्ती, नतीजा- बॉडी के 40 टुकड़े । Bengaluru Mahalakshmi
दारोगा की घूस में निपट गए दीवानजी, घसीटते ले गई टीम #Shorts
Navratri 2024 : ये हैं मां दुर्गा के 108 नाम, नवरात्रि में 9 दिन करें इनका जाप
CM Atishi के पहले ही आदेश पर एलजी ने दिया झटका, आखिर क्यों लौटा दी फाइल