सहरसा में नाव दुर्घटना में पांच तो दरभंगा में तीन लोगों की डूबने से मौत हो गई, जबकि अलग-अलग घटनाओं में पूर्वी चंपारण में छह, दरभंगा में तीन, छपरा और गोपालगंज में दो-दो, पश्चिम चंपारण, सीतामढ़ी, समस्तीपुर, पूर्णिया व किशनगंज में एक-एक व्यक्ति की मौत डूबने से हो गई।
पटना (bihar) । बिहार में बुधवार को अलग-अलग घटनाओं में बाढ़ के पानी में डूबने से 26 लोगों की मौत हो गई। वहीं, तेज आंधी के कारण गंडक नदी की मुख्य धारा में 35 लोगों के भरी नाव डूब गई। खबर है कि अभी तक एडीआरएफ की टीम ने 9 लोगों के शव को बाहर निकाला है, जबकि 24 लोग अभी भी लापता बताए जा रहे हैं, जिनकी तलाश जारी है। यह हादसा मंगलवार की देर शाम खगड़िया जिले के मुफस्सिल थाना क्षेत्र के पांच किलोमीटर ढाला के पास हुई। सभी लोग पांच किलोमीटर से सोसायटी टोला, सोनवर्षा दियारा जा रहे थे।
दो लोगों ने तैर कर बचाई जान
बताते हैं नाव पर ज्यादातर महिलाएं और बच्चे सवार थे। इसी दौरान आंधी आ गई और नाव पलट गई। एसडीआरएफ की टीम मोटर बोट से नदी में लापता लोगों की तलाश कर रही है। लापता लोगों की तलाश में स्थानीय नाविकों की भी मदद ली जा रही है। हादसे में मारे गए लोगों के परिजन को चार-चार लाख रुपए का मुआवजा सरकार देगी।
काशःनहीं मानी बात
नाव डूबने से पहले जब इसमें लोग सवार हो रहे थे तो एसडीआरएफ की टीम ने इनको आगाह किया था। नाविक को एसडीआरएफ की टीम ने खराब मौसम को लेकर नाव नहीं ले जाने को लेकर कहा था, लेकिन नाविक ने बात नहीं मानी और नाव पलट गई। स्थानीय लोगों को नाव डूबने की सूचना मिली तो चीख-पुकार मच गई।
यहां भी गई 26 लोगों की जान
सहरसा में नाव दुर्घटना में पांच तो दरभंगा में तीन लोगों की डूबने से मौत हो गई, जबकि अलग-अलग घटनाओं में पूर्वी चंपारण में छह, दरभंगा में तीन, छपरा और गोपालगंज में दो-दो, पश्चिम चंपारण, सीतामढ़ी, समस्तीपुर, पूर्णिया व किशनगंज में एक-एक व्यक्ति की मौत डूबने से हो गई।