बिहार में कोरोना के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। बीते 24 घंटों के अंदर राज्य में कोरोना के 29 नए मरीज मिले। इन 29 मरीजों के साथ ही राज्य में कोरोना के मरीजों की संख्या बढ़कर 579 हो गई।
पटना। लॉकडाउन के कारण दूसरे राज्यों में फंसे प्रवासी मजदूरों के साथ-साथ बिहार में कोरोना के मरीजों की संख्या भी लगातार बढ़ रही है। शुक्रवार को राज्य में कोरोना के 29 नए मरीज मिले। इन 29 मरीजों के साथ ही राज्य में कोरोना के मरीजों की कुल संख्या बढ़कर 579 हो गई है। शुक्रवार को पॉजिटिव मिले मरीजों में से पांच बिहार मिलिट्री पुलिस (BMP) के जवान है। ये पांचों जवान पटना के खाजपुरा इलाके में तैनात थे। बता दें कि राजधानी का खाजपुरा इलाके कोरोना संक्रमण के जद में है। इन पांचों जवानों की पटना के कई इलाकों में ड्यूटी लगी थी। ऐसे में इन पांच जवानों से कोरोना का संक्रमण अन्य जवानों में फैलने की आशंका जताई जा रही है।
बीते तीन दिनों में बाहर से आए 19 मरीज
दूसरी ओर शुक्रवार को पॉजिटिव मिले 29 मरीजों में से 19 ऐसे है, जो बीते तीन दिनों के अंदर दूसरे राज्यों से बिहार में आए। ऐसे में लॉकडाउन-3 में मिली ढील के बाद राज्य में बाहर से आ रहे प्रवासी मजदूरों के साथ कोरोना का संक्रमण बढ़ रहा है। हालांकि राहत की बात यह है कि बाहर से आने वाले लोगों को सरकार क्वारेंटाइन सेंटर में रख रही है। ऐसे में प्रवासी मजदूरों से उनके परिवार अथवा ग्रामीणों में कोरोना फैलने का खतरा बहुत कम है। यदि ये मजदूर अपने घर चले गए होते तो उनके संपर्क में आने से उनके परिजन व परिजनों के संपर्क में आने से अन्य ग्रामीण भी कोरोना के जद में आ जाते।
राज्य के 36 जिलों में फैला संक्रमण
22 मार्च से बिहार में शुरू हुआ कोरोना का संक्रमण अब राज्य के कुल 38 में से 36 जिलों को अपने चपेट में ले चुका है। अब केवल मुजफ्फरपुर और जमुई ही दो ऐसे जिले हैं, जहां से कोरोना के मरीज अभी तक नहीं मिले हैं। हालांकि जिस तरह से बाहर से प्रवासी राज्य में आ रहे हैं, ऐसे में डर है कि जल्द ही इन दोनों जिलों से भी कोरोना के मामले सामने आ जाए। शुक्रवार सहरसा, सुपौल और खगड़िया से कोरोना के मरीज मिले थे। 102 मरीजों के साथ मुंगेर अभी भी राज्य का सर्वाधिक संक्रमित जिला है। हालांकि राहत की बात यह है कि मुंगेर के 42 मरीज ठीक होकर घर लौट चुके हैं।