पटना। दिल्ली के निजामुद्दीन में आयोजित तब्लीगी मरकज में शामिल हुए लोगों में कोरोना फैलने की पुष्टि के बाद पूरे देश में वैसे लोगों की पहचान की गई, जो इस मरकज में शामिल हुए हो। इन सभी लोगों की पहचान कर उनका स्वास्थ्य जांच कर उन्हें क्वारेंटाइन में रहने का निर्देश दिया गया था। इसके बाद बिहार के अलग-अलग जिलों में मदरसा व अन्य धार्मिक भवनों पर छापेमारी कर बड़ी संख्या में जमाती पकड़े गए। जमातियों में से 40 ऐसे विदेशी जमाती भी पकड़े गए, जो वीजा नियमों का उल्लंघन करते हुए गैर कानूनी तरीके से देश में धर्म प्रचार कर रहे थे। बिहार पुलिस ने इन सभी 40 लोगों को पकड़ कर जेल भेज दिया है।
सभी जमातियों को कोर्ट में किया जाएगा पेशपकडे़ गए विदेशी जमातियों में बांग्लादेश, इंडोनेशिया और मलेशिया के जमाती शामिल है। सभी पर वीजा नियम के उल्लंघन के साथ-साथ गैरकानूनी तरीके से भारत में धर्मप्रचार करने का आरोप है। सभी को कोर्ट में पेश किया जाएगा। मंगलवार को बिहार पुलिस ने अररिया के जामा मस्जिद में क्वारेंटाइन में रखे गए 9 मलेशियाई नागरिक, नरपतगंज की रेवाही पंचायत के क्वारेंटाइन में रखे गए 9 बांग्लादेशी और धरमपुर मोहल्ले से पकड़े गए तब्लीगी जमात के 9 बांग्लादेशी नागरिकों को जेल भेज दिया है।
14 दिनों का क्वारेंटाइन पूरा करने के बाद जेलअररिया में इन सभी को एक अप्रैल को पकड़ा गया था। जिसके बाद सभी को ऐहतियातन क्वारेंटाइन में रखा गया था। इसके अलावा किशनगंज में 11 जमातियों को वीजा उल्लंघन के मामले में पकड़ा गया था। जिसमें एक मलेशिया और 10 इंडोनेशिया के नागरिक है। इसके अलावा बक्सर के नया भोजपुर ओपी क्षेत्र की मस्जिद से पकड़े गए 14 जमातियों को क्वारेंटाइन के बाद जेल भेजा गया है। इन 14 में से तीन मुंबई के जबकि 4 मलेशिया और 7 इंडोनेशिया के रहने वाले हैं।
जमातियों में कोरोना फैलने के बाद इन सभी लोगों को अलग-अलग जिलों से पकड़ा गया था। जिसके बाद कागजात की जांच में लगभग सभी वीजा नियम का उल्लंघन करते मिले।