क्या साजिश के तहत लगाई गई थी आग, मेन गेट पर बाहर से लगा था ताला, 9 की गई थी जान

दिल्ली के किराड़ी इलाके में रविवार की रात लगी आग में बिहार के 9 लोगों की मौत हो गई। पुलिस भले ही इसे हादसा मान रही हो लेकिन मृतक के परिजनों का आरोप है कि आग साजिश के तहत लगाई गई थी।  
 

Asianet News Hindi | Published : Dec 24, 2019 6:47 AM IST

पटना। रविवार की रात दिल्ली के किराड़ी इलाके में इंदिरा एक्लेव में तीन मंजिला बिल्डिंग में आग लगने से बिहार के 9 लोगों की मौत हो गई। हादसे में तीन गंभीर रूप से जख्मी हैं। मृतकों में चार मधुबनी और पांच दरभंगा जिले के हैं। सभी मृतक दो परिवार के बताए गए है। पुलिस भले ही आग लगने की इस घटना को हादसा मान रही हो लेकिन मृतक के परिजन इसे साजिश बता रहे हैं। बताया जाता है कि हादसे के समय बाहर से कुंडी लगी थी। मेनगेट पर भी बाहर से ताला लगा हुआ था। इसलिए वे लोग भाग नहीं सके और दम घुटने से 9 लोगों की मौत हो गई। 

बच्ची के साथ बगल के छत पर कूद पर बचाई जान
बता दें कि जिस तीन मंजिले मकान में आग लगी उसके ग्राउंड फ्लोर पर कपड़े का गोदाम था। पहली मंजिल पर मधुबनी के किराएदार उदयकांत और दूसरी मंजिल पर मकान मालिक अमरनाथ झा परिवार के साथ रहते थे। हादसे के समय मकान मालिक अमरनाथ हरिद्वार गए थे। हादसे में अमरनाथ के पिता रामचन्द्र झा (65), मां सुधीरा देवी (57), भाभी संजू देवी (35) और संजू की 10 साल की बेटी सलोनी और संजू की मां की मौत हो गई। 
अमरनाथ की पत्नी पूजा ने तीन साल की बेटी आराध्या और भतीजी सौंदर्या से साथ बगल की छत पर कूद पर अपनी जान बचाई। 

मकानमालिक और किरायेदार के बीच चल रहा था विवाद
हादसे में मकान मालिक के परिवार के भी पांच लोगों की मौत हुई है। लेकिन किराएदार उदयकांत झा जिनके परिवार के चार लोगों की मौत हुई है, के संबंधियों का आरोप है कि ये आग साजिश के तहत लगाई गई थी। उदयकांत झा के बहनोई गगन ने बताया कि करीब तीन साल पहले इस मकान को उदयकांत ने ठेके पर लिया था। इसके लिए तीन लाख रुपए दिए गए थे। लेकिन पिछले कुछ समय से अमरनाथ झा मकान खाली करने के लिए दबाव डाल रहा था। साथ ही रुपए भी वापस नहीं कर रहा था। इस बात पर दोनों के बीच दो-तीन बार झगड़ा हो चुका था। 

ग्राउंड फ्लोर पर लगी, दूसरे फ्लोर पर सिलेंडर हुआ विस्फोट 
इस हादसे में उदयकांत झा, उसकी पत्नी, बेटी, बेटे और 3 माह की नवजात बच्ची की जान चली गई। हादसे के बारे में बताया जाता है कि ग्राउंड फ्लोर पर विनय कटियार नामक व्यक्ति को गोदाम के लिए मकान किराए पर दिया गया था। जहां कपड़े का गोदाम था। आग यहीं पर लगी। घर में एंट्री गेट एक था, जिस कारण लोग बाहर नहीं निकल सके। कुछ ही देर में पूरी बिल्डिंग में धुआं भर गया। इसी बीच दूसरी मंजिल पर रखा एलपीजी सिलेंडर ब्लास्ट कर गया। जिससे आग और तेजी से फैल गई।

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