बिहारशरीफ की एक एएनएम के साथ हाजीपुर में गैंगरेप की घटना हुई। लेकिन शिकायत दर्ज कराने पहुंची पीड़िता की बात पर पुलिस ने काफी देर तक भरोसा नहीं किया।
वैशाली (बिहार)। हैदराबाद में रेपिस्टों के एनकाउंटर के बाद यदि आप समझ रहे होंगे कि पुलिस अब बलात्कारियों के खिलाफ सख्त हो गई है, तो आप गलत है। बलात्कार के ज्यादातर मामलों में पुलिस शुरुआती समय में सुस्त रहती है। पीड़िता की शिकायत को टाला जाता है। इसका ताजा उदाहरण सामने आया है बिहार के वैशाली से। जहां गैंगरेप पीड़िता एएनएम घंटों तक थाने में अपनी शिकायत दर्ज कराने को बैठी रही लेकिन पुलिस ने नहीं सुनी। पुलिस ने यहां तक कह दिया कि तुमलोगों का यही काम है। पीड़िता गुहार लगाती रही कि साहब चलिए सब वहीं होगा, पकड़ा जाएगा। लेकिन पुलिस बातों को अनसुना करती रही।
हाजीपुर में देर रात किया सामूहिक बलात्कार
मामले की पीड़िता बिहारशरीफ जिले की है। वह बेतिया में एएनएम के पद पर कार्यरत थी। जहां से उसका ट्रांसफर नवादा जिले में कर दिया गया था। एनओसी लेने के लिए वह बेतिया गई हुई थी। जहां से मुजफ्फरपुर-हाजीपुर-पटना होते बिहारशरीफ जा रही थी। रात करीब 9 बजे वो हाजीपुर पहुंची। जहां से पटना के लिए ऑटो तलाशने के दौरान पांच दंरिदों ने उसे पकड़ लिया। दंरिदों ने न केवल उसके साथ लूटपाट की। बल्कि दो घंटे तक उसका रेप करते रहे। फिर घटनास्थल पर उसे लहूलुहान छोड़ कर भाग गए।
सीआईडी जवान से कराई बात, फिर भी हुई देरी
रात करीब 11.30 बजे महिला उन दंरिदों के चुंगल से निकल कर रेल थाना पहुंची और अपने साथ हुई घटना के बारे में बताया। रेल थाना के दो जवान महिला के साथ घटनास्थल पहुंचे, लेकिन घटनास्थल को सदर थाना क्षेत्र का बता कर पीड़िता को सदर थाना क्षेत्र जाने की सलाह दी। 12 बजे के करीब महिला किसी तरह सदर थाना पहुंची। जहां दो घंटे तक पुलिस उसकी बात को अनसुना करती रही। इस दौरान पीड़िता ने अपने घर में मामले की जानकारी दी। लेकिन घर दूर होने के कारण तत्काल उसकी मदद को कोई नहीं आ सका। पीड़िता ने सदर थाना को अपने एक सीआईडी में कार्यरत भाई से बात भी करवाया लेकिन सदर थाना की पुलिस फिर भी नकारती रही।
तीन थानों के सीमा विवाद में अटका मामला
देर रात ढाई बजे के करीब महिला को नगर थाना ने अस्पताल में भर्ती कराया। साढ़े तीन बजे के करीब पुलिस महिला के बताए जगह पर छानबीन को गई। जहां के कुछ स्थानीय लोगों ने महिला के साथ हुई घटना की पुष्टि की। इसके बाद सदर थाना में मामले ने जानकारी महिला थाना को दी। सुबह छह बजे जाकर महिला की शिकायत महिला थाना में दर्ज हो सकी। तीन थानों की सीमा विवाद के कारण यह महिला की शिकायत बहुत देर तक दर्ज नहीं की जा सकी।
प्रतीकात्मक फोटो