राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन में गर्भवती महिला के बच्चा जन्म देने पर 1400 रुपए और आशा कार्यकर्ता को 600 रुपए देने का प्रावधान है। लेकिन, जिन इलाके में महिलाओं के खाते में 1400 रुपये भेजे जा रहे हैं उन इलाकों के आशा कार्यकर्ता को इन महिलाओं के गर्भवती होने की जानकारी तक नहीं है।
मुजफ्फरपुर (Bihar) । केंद्र सरकार की अति महत्वाकांक्षी योजना राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन में बड़ा घोटाला सामने आया है। हद तो इतनी हो गई है कि 65 साल की एक बुजुर्ग महिला को 13 महीने के भीतर 8 बच्चे का जन्म होना दिखाकर सरकारी पैसे का गबन किया जा रहा है। आरोप तो यहां तक लग रहे हैं कि 2018 से इस योजना में सेंधमारी की गई है।
20 साल से नहीं हुआ था बच्चा
मुजफ्फरपुर शहर से सटे मुशहरी प्रखंड के छोटी कोठिया गांव की रहने वाली शांति देवी, सोनिया देवी, लीला देवी और सोनी देवी के खाते में 1400 रुपये के हिसाब से प्रोत्साहन राशि भेजी गई है। इनमें से 65 साल पार कर चुकी शांति देवी के खाते में 6 बार और लीला देवी के खाते में 8 बार 1400 रुपए के हिसाब से प्रोत्साहन राशि भेजी गई है। हैरत की बात ये है पैसे 13 माह के अंदर दिए गए है, जबकि जांच में यह बात सामने आ रही है कि शांति देवी को 20 साल और लीला देवी को पिछले 10 साल से कोई बच्चा नहीं हुआ है।
आशा कार्यकर्ताओं को भी नहीं खबर
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन में गर्भवती महिला के बच्चा जन्म देने पर 1400 रुपए और आशा कार्यकर्ता को 600 रुपए देने का प्रावधान है। लेकिन, जिन इलाके में महिलाओं के खाते में 1400 रुपये भेजे जा रहे हैं उन इलाकों के आशा कार्यकर्ता को इन महिलाओं के गर्भवती होने की जानकारी तक नहीं है। जांच में ये बात सामने आ रही है कि सीएसपी सेंटर पर फिंगर प्रिंट मशीन से ही खाते से राशि की निकासी का प्रावधान है। जहां खातेधारियों से फिंगर प्रिंट लेकर राशि की निकासी कर ली जा रही है या, फिर किसी दूसरे खाते में राशि का ट्रांसफर की जा रही है।