रूह कांप जाएगी: मासूम सुन-बोल नहीं पाती, सिर्फ देख सकती..दरिंदों ने गैंगरेप के बाद आंखें भी फोड़ दीं

मासूम की जुबान और कान तो पहले से ही बेकार थे, वह चाहकर भी चीख नहीं पाई, बस दर्द के कराहती रही। लेकिन दरिंदों ने हैवानियत के बाद उसकी दोनों आंखें फोड़ दीं। 

Asianet News Hindi | Published : Jan 12, 2021 3:32 PM IST / Updated: Jan 12 2021, 09:20 PM IST

मुधबनी. बिहार में एक हैवानियत ऐसा दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है, जिसे जानकर आपकी रूह कांप जाएगी। यहां मधुबनी जिले में मंगलवार को कुछ दरिंदों ने एक दिव्यांग बच्ची से गैंगरेप किया। मासूम इतनी लाचर है कि वह ना तो बोल सकती है और ना ही सुन सकती है। सिर्फ देख सकती है, लेकिन हैवानों ने उसकी आंखें फोड़ दीं, ताकि वह पहचान नहीं सके।

दरिंदों ने बारी-बारी लड़की के साथ किया गैंगरेप
दरअसल, रोंगटे खड़े कर देने वाला यह घटना मधुबनी के हरलाखी थाने इलाके की है। जहां एक 20 साल की दिव्यांग लड़की मंगलवार दोपहर बकरी का चारा लेने के लिए मनहरपुर नदी किनारे गई थी। इसी बची कुछ दरिंदों ने उसे पकड़ लिया और उसे पास के एक बगीचे में ले गए। जहां दरिंदों ने बारी-बारी लड़की के साथ गैंगरेप करते रहे।

ना सुन सकती और ना ही चीख सकती...
मासूम की जुबान और कान तो पहले से ही बेकार थे, वह चाहकर भी चीख नहीं पाई, बस दर्द के कराहती रही। लेकिन दरिंदों ने हैवानियत के बाद उसकी दोनों आंखें फोड़ दीं। ताकि वह उन हैवानों को पहचान नहीं सके। इसके बाद वह उसे बेहोशी हालत में छोड़कर भाग गए। काफी देर हो जाने के बाद जब वह अपने घर नहीं पहुंची तो उसके परिजन उसे तलाशते हुए घटना स्थल पर पहुंचे। जहां पर वह दर्द के कराहती खेत में पड़ी थी, उसके शरीर पर एक कपड़ा भी नहीं था।

जिंदगी और मौत के बीच झूल रही बच्ची
स्थानीय लोगों की मदद से पीड़िता को एक शॉल में लपेटकर उसे हरलाखी PHC में भर्ती  करा दिया है। जहां डॉक्टरों ने जांच करने के बाद गंभरी हालत में जिला हॉस्पिटल रेफर कर दिया। यहां भी उसका प्राथमिक उपचार करने के बाद उसे  दरभंगा मेडिकल कॉलेज भेज दिया गया। फिलहाल लड़की की हालत नाजुक बताई जा रही है।

पीड़िता के पिता ने बताई पूरी कहानी...
मामले की जानकारी लगते ही हरलाखी थानाध्यक्ष प्रेमलाल पासवान अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे। वह पीड़िता के परिजनों के बयान के आधार पर मामले की छानबीन करने में जुटे हुए हैं। बच्ची के माता-पिता ने बताया कि उनकी बेटी के साथ यह हैवानियत को गांव के लड़कों ने ही अंजाम दिया है। क्योंकि उन्होंने उस लड़के को नदी किनारे से लौटते हुए अपनी आंखों से देखा था। उसके कपड़ों में  घास-पूस और मिट्टी लगी हुई थी। फिलहाल पुलिस ने एक युवक को हिरासत मे ले लिया है। वहीं मामले की पड़ताल जारी है।
 

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