LJP में टूट के बाद बोले चिराग के चाचा पशुपति, 'मैंने पार्टी को बचाया..भतीजे से अलग होने की वजह भी बताई'

Published : Jun 14, 2021, 11:45 AM ISTUpdated : Jun 14, 2021, 11:51 AM IST
LJP में टूट के बाद बोले चिराग के चाचा पशुपति, 'मैंने पार्टी को बचाया..भतीजे से अलग होने की वजह भी बताई'

सार

  रामविलास पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी में बड़ी टूट हो गई है। पार्टी के पांच सांसदों ने बगावत करते हुए चिराग पासवान को सभी पदों से हटा दिया है। ऐसी खबरें भी आ रहीं हैं कि बागी पांचों सांसद जेडीयू में शामिल हो सकते हैं।

पटना (बिहार). रामविलास पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी में बड़ी टूट के बाद सांसद पशुपति पारस ने खुलकर मीडिया के सामने अपनी बात रखी है। उन्होंने कहा कि मैंने पार्टी तोड़ी नहीं बल्कि उसे बचाई है। वहीं चिराग को लेकर उन्होंने कहा कि वह चाहें तो एलजेपी में रह सकते हैं।

'पार्टी की बागडोर जिनके हांथ में उन्होंने पार्टी को नुकसान पहुंचाया'
पशुपति पारस ने कहा कि 'लोक जनशक्ति पार्टी बिखर रही थी, कुछ असामाजिक तत्वों ने हमारी पार्टी में सेंध डाला और 99% कार्यकर्ताओं के भावना की अनदेखी करके गठबंधन को तोड़ दिया' पार्टी के कार्यकर्ता, सांसद, विधायक और समर्थक सभी की इच्छा थी कि हम 2014 में NDA गठबंधन का हिस्सा बनें और इस बार के विधानसभा चुनाव में भी हिस्सा बने रहें, लेकिन पार्टी की बागडोर जिनके हांथ में गई उन्होंने ऐसा नहीं किया।

'मैं अकेला पड़ गया हूं..दोनों भाई मुझे छोड़कर चले गए'
मीडिया से बात करते हुए पशुपति भावुक भी हुए और कहा कि 'मैं अकेला महसूस कर रहा हूं, हम तीनों भाइयों में बहुत बनती थी, लेकिन राम विलास के निधन के बाद मैं अकेला पड़ गया। मेरी बात पार्टी नहीं सुनी जाती थी। करीब 20 साल से भैया राम विलास के नेतृत्व में पार्टी बहुत अच्छे से आगे बढ़ रही थी। किसी विधायक-सांसद और कार्यकर्ताओं को कोई शिकवा या शिकायत नहीं था। लेकिन इसी बीच मेरे लिए और पार्टी के लिए दुर्भाग्य रहा कि बड़े भाई और छोटे भाई दोनों हमको छोड़कर चले गए। मैं अकेला महसूस कर रहा हूं।'

पार्टी का अस्तित्व खत्म हो रहा हो रहा था..इसलिए बचाया गया
चिराग पासवान के सवाल पर पशुपति ने कहा कि मुझे कोई परेशानी नहीं, वह चाहें तो पार्टी में रह सकते हैं। लेकिन हमारी पार्टी पहले की तरह ही काम करेगी और एनडीए का हिस्सा बनी रहेगी। चिराग जिस तरह से पार्टी चला रहे थे उससे सब सांसद नाराज थे, मैंने कोई अकेले यह फैसला नहीं लिया है। यह निर्णय सभी सांसदों का है। हमारी पार्टी का अस्तित्व खत्म हो रहा है, इसलिए इसे बचाया गया है।

कौन हैं पशुपति पारस..जिन्होंने तोड़ दी  एलजेपी 
बता दें कि पशुपति पारस राम विलास पासवान के तीसरे नंबर के भाई और चिराग पासवान के चाचा हैं। वह बिहार में हाजीपुर लोकसभा क्षेत्र से एलजेपी के सांसद हैं। लेकिन उनकी ही पार्टी के पांच सांसदों की रविवार शाम हुई बैठक में पशुपति को संसदीय दल का नेता चुना लिया गया है।

जेडीयू में शामिल हो सकते हैं पांचों सासंद
वहीं दूसरी तरफ ऐसी खबरें भी आ रहीं हैं कि बागी पांचों सांसद जेडीयू में शामिल हो सकते हैं। क्योंकि पशुपति ने बातचीत के दौरान कहा कि नीतेश कुमार अच्छे नेता हैं, उनके कार्यकाल में बिहार में विकास हो रहा है। अगर यह सांसद जेडीयू ज्वाइन करते हैं तो चिराग की तो और किरकिरी हो जाएगी। क्योंकि एलजेपी ने बिहार विधानसभा चुनाव  भाजपा-जेडीयू से अलग होकर चुनाव लड़ने का फैसला किया था। इतना ही नहीं चिराग ने सीएम नीतीश के खिलाफ जमकर मोर्चा भी खोला था। 

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