एसएसबी की 20वीं बटालियन के जवानों ने जिस शख्स को हड्डियों के साथ पकड़ा है वो मूलरुप से नेपाल के रहने वाला है। उसने बताया कि वो काठमांडू ले जाने वाला था, जहां एक व्यापारी के इन खोपड़ियों और हड्डियों बेचना था।
सीतामणी (बिहार). बिहार से लगने वाली भारत-नेपाल सीमा के मेजरगंज बॉर्डर पर एसएसबी के जवानों एक तस्कर को गिरफ्तार किया है। जिसके बैग से 22 मनाव खोपड़ी और शरीर के अन्य हिस्से की दर्जनों हड्डियां मिली हैं। युवक ने चौंकाने वाला खुलासा किया है। उसने कहा कि वह इन इंसानी हड्डियों से बांसुरी बनाने का काम करता है। उसकी यह बातें सुनकर सारे जवान हैरत में पड़ गए।
इंसानी खोपड़ी से तैयार करता था बांसुरी
दरअसल, एसएसबी की 20वीं बटालियन के जवानों ने जिस शख्स को हड्डियों के साथ पकड़ा है वो मूलरुप से नेपाल के रहने वाला है। उसने बताया कि वो काठमांडू ले जाने वाला था, जहां एक व्यापारी के इन खोपड़ियों और हड्डियों बेचना था। लेकिन जवानों को हड्डियों से बांसुरी बनाने की बात राज नहीं आ रही है। उन्हें शक है कहीं यह मानव तस्करी से जुड़ा मामला भी हो सकता है।
पूछछात में किया यह खुलासा
आरोपी ने युवक ने खुद का नाम राम सोगारथ महतो बताया है। उसने कहा कि वो इन हड्डियों को वह पटना के गंगा किनारे से निकालकर नेपाल जा रहा है। वहीं हड्डियों व खोपड़ियों का पता लगाने के लिए उसके इस सामान को एफएसएल जांच के लिए भेजा रहा है। अधिकारियों को लगता है कि यह युवक लंबे अरसे से हड्डियों की तस्करी का काम करता था। उससे पूछताछ की जा रही है और पता लगाया जा रहा कि इसमें और कौन-कौन जुड़ा हुआ है।
विदेशों में है हड्डियों की बांसुरी की डिमांड
मामले में थानाध्यक्ष राजदेव प्रसाद ने एसएसबी के एसआई प्रेम सिंह के बयान पर एफआईआर कर जांच शुरू कर दी गई है। एसएसबी द्वारा गिरफ्तार कर सुपुर्द किये गए तस्कर को शुक्रवार को न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। जानकारी के मुतबिक, हड्डियों से बनने वाली बांसुरी की डिमांड विदेशों में ज्यादा हैं। वहां उसकी कीमत सैकड़ों डॉलर में है।