चिराग ने तोड़ी चुप्पी, बोले-पार्टी मां के समान होती है और मां से धोखा नहीं करते..शेयर किया 6 पेज का लेटर

चिराग पासवान ने लेटर के साथ ट्वीट कर लिखा-'पापा की बनाई इस पार्टी और अपने परिवार को साथ रखने के लिए किए मैंने प्रयास किया लेकिन असफल रहा। पार्टी मां के समान है और मां के साथ धोखा नहीं करना चाहिए। लोकतंत्र में जनता सर्वोपरि है। पार्टी में आस्था रखने वाले लोगों का मैं धन्यवाद देता हूं। 

Asianet News Hindi | Published : Jun 15, 2021 12:18 PM IST / Updated: Jun 15 2021, 05:49 PM IST

पटना (बिहार). अब बिहार में पारिवारिक सियासी संग्राम शुरू हो गया है। अपनी ही पार्टी के संसदीय बोर्ड से बेदखल किए जाने के बाद LJP के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान ने पहली बार चुप्पी तोड़ी है। उन्होंने एक ट्वीट के जरिए अपने चाचा पशुपति पारस के पुराने 6 लेटर शेयर किए हैं। जिससे पता चलता है कि पशुपति पारस की बदौलत ही पार्टी में दो दो-फाड़ हुई हैं।

पार्टी मां के समान होती है और मां से धोखा नहीं करते
चिराग पासवान ने लेटर के साथ ट्वीट कर लिखा-'पापा की बनाई इस पार्टी और अपने परिवार को साथ रखने के लिए किए मैंने प्रयास किया लेकिन असफल रहा। पार्टी मां के समान है और मां के साथ धोखा नहीं करना चाहिए। लोकतंत्र में जनता सर्वोपरि है। पार्टी में आस्था रखने वाले लोगों का मैं धन्यवाद देता हूं। एक पुराना पत्र साझा करता हूं'।

Latest Videos

आप कभी भी मेरे फैसले खुश नहीं हुए
बता दें कि चिराग पासवान ने सोशल मीडिया पर जारी किए छह पेज के इस लेटर को होली के दिन लिखा बताया है। जो चिराग ने पशुपति पारस को 29 मार्च 2021 को लिखे थे। इन पत्रों में लिखा है कि  रामचंद्र चाचा के निधन के बाद से ही आपमें बदलाव देखने को मिलने लगा था। प्रिंस की जिम्मेदारी चाची ने मुझे दे दी और कहा कि आज से मैं ही उसके पिता के समान हूं। मैंने उसका हर पल पर साथ दिया, इतना ही नही उसे प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी भी मैंने ही दी। पूरा परिवार और पार्टी के सभी लोग इस फैसले से खुश थे। लेकिन सिर्फ पशुपति चाचा इस फैसले से दुखी थे। आपने तो उसे नई जिम्मेदारी की शुभकामनाएं तक नहीं दी थीं।

पापा के निधन के बाद मुझसे बात करना तक बंद कर दिया था...
चिराग ने अगले लेटर में लिखा है कि आपने तो पापा के निधन के बाद मुझसे बात तक करना बंद कर दी थी। आपने पापा के रहते हुए भी पार्टी तोड़ने की कोशिश की, लेकिन उस वक्त आप सफल नहीं हो पाए थे। इतना ही नहीं जब पापा की तेरहवीं में भी 25 लाख रुपये मां को देने पड़े इससे मैं दुखी था।वहीं प्रिंस राज पर रेप के मामले का जिक्र करते हुए चिराग ने कहा कि प्रिंस पर आरोप के दौरान भी मैं परिवार के साथ खड़ा रहा। लेकिन आप साथ नहीं थे।
 

Share this article
click me!

Latest Videos

Tulsi Vivah 2024 Niyam: 6 नियम जिनके बिना नहीं संपन्न होता तुलसी विवाह
केंद्रीय मंत्री को ये क्या बोल गए कर्नाटक के मिनिस्टर? इस्तीफे तक आ गई बात
रूस-यूक्रेन युद्ध में डोनाल्ड ट्रंप की हुई एंट्री, पुतिन को फोन लगाकर क्या-क्या कहा
देश के 51वें मुख्य न्यायधीश बने जस्टिस संजीव खन्ना, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने दिलाई शपथ
कब है देवउठनी एकादशी, किन चीजों का करना चाहिए दान । Dev Uthani Ekadashi 2024